Chapter 38
Janamejaya said, “Why was that tirtha called Sapta-Saraswat? Who was theascetic Mankanaka? How did that adorable one become crowned with success?
Janamejaya said, “Why was that tirtha called Sapta-Saraswat? Who was theascetic Mankanaka? How did that adorable one become crowned with success?
“Yudhishthira said, ‘The most trifling act, O grandsire, cannot beaccomplished by any man if unaided. What then need be said of the king(who has to govern a kingdom)? What should be the behaviour and what theacts of the king’s minister? Upon whom should the king repose confidenceand upon whom should he not?’
अनिद्रा एक सामान्य रोग है| यह चिंता, शोक, विषाद, निराशा आदि के कारण उत्पन्न होता है| यदि नकारात्मक भावनाओं से स्वयं को दूर रखा जाए तो इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है|
“Bhishma said, “In this connection is cited the old history of the oaths(taken by many Rishis one after another) on the occasion of a sojourn tothe sacred waters.
एक था सिंह, जो जंगल का राजा था| वह खूब लम्बा- चौड़ा और बलवान था| वह बहुत रोबीला था और भयानक भी|
एक बार की बात है| बंगाल के सुप्रसिद्ध विद्वान पंडित ईश्वरचन्द्र विद्यासागर गर्मी की छुट्टियों में अपने गाँव आए| वह रेल की तीसरी श्रेणी के डिब्बे में बैठे थे| गाँव के स्टेशन पर पहुँचकर वह रेल से उतरे| उनके ही डिब्बे से कॉलेज का एक छात्र भी उतरा| स्टेशन के बाहर पहुँचकर वह कॉलेज का विद्यार्थी अपन सूटकेस जमीन पर रखकर चिल्लाने लगा-
1 [पराषर]
परतिग्रहागता विप्रे कषत्रिये शस्त्रनिर्जिताः
वैश्ये नयायार्जिताश चैव शूद्रे शुश्रूसयार्जिताः
सवलाप्य अर्थाः परशस्यन्ते धर्मस्यार्थे महाफलाः
1 [ज]
सरस्वत्याः परभावॊ ऽयम उक्तस ते दविजसात्तम
कुमारस्याभिषेकं तु बरह्मन वयाख्यातुम अर्हसि
“Bhishma said, ‘Both the brothers Achala and Vrisha are Rathas.Invincible (in battle) they will slay thy foes. Endued with greatstrength, those tigers among men, those foremost of Gandharvas, are firmin wrath.