सिखों के छठे गुरु हरगोविंद जी की कारामुक्ति
सिखों के छठे गुरु हरगोविंद जी भी इसी दिन कारावास से मुक्त हुए थे। आप पाँचवें गुरु श्री गुरु अर्जुनदेव जी के इकलौते पुत्र थे। सिखों पर मुगलराज्य के कोप की दिनोंदिन वृद्धि होती जाती थी।
सिखों के छठे गुरु हरगोविंद जी भी इसी दिन कारावास से मुक्त हुए थे। आप पाँचवें गुरु श्री गुरु अर्जुनदेव जी के इकलौते पुत्र थे। सिखों पर मुगलराज्य के कोप की दिनोंदिन वृद्धि होती जाती थी।
“Sanjaya said, ‘Taking up another bow that was very strong and muchtougher, the ruler of the Madras pierced Yudhishthira and roared like alion.
किसी घने वन में एक बहुत बड़ा शेर रहता था| वह रोज शिकार पर निकालता और एक नहीं, दो नहीं, कई-कई जानवरों को काम तमाम कर देता| जंगल के जानवर डरने लगे कि अगर शेर इसी तरह शिकार करता रहा तो एक दिन ऐसा आयेगा कि जंगल में कोई भी जानवर नहीं बचेगा|
“Yudhishthira said. ‘What are the well-known indications, O bull ofBharata’s race, of the (future) success of an army? I desire to knowthem.’
“Vaisampayana said, ‘King Yudhishthira endued with humility, once againquestioned the royal son of Santanu on the subject of gifts of kine indetail.’
1 [कपिल]
वेदाः परमानं लॊकानां न वेदाः पृष्ठतः कृताः
दवे बरह्मणी वेदितव्ये शब्दब्रह्म परं च यत
शब्दब्रह्मणि निष्णातः परं बरह्माधिगच्छति
माजूफल, मायाफल, मज्जफल, माईफल, माजुफल, गाल्स व ओक गाल्स एक पेड़ से प्राप्त होने वाला पदार्थ `है| कुदरत ने अपने नायाब ख़ज़ाने में से हमको ढेरो ऐसी सौगाते दी हैं जो के अमृत से कम नहीं नहीं। मगर हम पहचान नहीं पाते एक अनोखा सा फल है माजूफल – इसको अंग्रेजी में Gall-nut कहते हैं|