Home2011September (Page 28)

1 [व] शकुनेस तु सुतॊ वीरॊ गान्धाराणां महारथः
परयुद्ययौ गुडाकेशं सैन्येन महता वृतः
हस्त्यश्वरथपूर्णेन पताकाध्वजमालिना

एक दिन भगवान बुद्ध कहीं जा रहे थे| उनका शिष्य आनंद भी साथ था| वे पैदल चलते-चलते बहुत दूर निकल गए| ज्यादा चलने के कारण वे थक गए थे| रास्ते में आराम करने के लिए वे एक पेड़ के नीचे रुक गए|

पेट का दर्द छोटे-बड़े सभी को होता है| अधिकांश लोगों को भोजन करने के उपरांत पेट दर्द होता है, जबकि कुछ लोगों को भोजन से पहले यह पीड़ा होती है|