Home2011June (Page 43)

“Vaisampayana said, ‘When Devayani of sweet smiles heard of the birth ofthis child, she became jealous, and O Bharata, Sarmishtha became anobject of her unpleasant reflections. And Devayani, repairing to her,addressed her thus, ‘O thou of fair eye-brows, what sin is this thou hastcommitted by yielding to the influence of lust?’

एक बार महात्मा गांधी को प्रवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने के कारण जोहान्सबर्ग की जेल में बंद कर दिया गया। लेकिन थोड़े ही दिनों के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। कुछ शरारती तत्वों ने यह अफवाह फैला दी कि गांधी जी ने सरकार से समझौता कर लिया है और प्रवासियों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज न उठाने का वचन दिया है।

एक दिन राजा हरिश्चंद्र वन में आखेट के लिए गए हुए थे| तभी उनके कानो में किसी की पुकार सुनाई दी, “मेरी रक्षा करो..मेरी रक्षा करो राजन!”