Home2011April (Page 29)

एक गाँव की सच्ची घटना है|  वहाँ एक मुसलमान के घर बालक हुआ, पर बालक की माँ मर गयी| वह बेचारा बड़ा दुखी हुआ| एक तो स्त्री के मरने का दुःख और दूसरा नन्हे-से बालक का पालन कैसे करूँ-इसका दुःख! पास में ही एक अहीर रहता था|

देवीसहायका लड़का भगवती प्रसाद बीमार हो गया था| वह गरमी की दोपहरी में घर से चुपचाप आम चुनने भाग गया और वहाँ उसे लू लग गयी| उसे जोर से ज्वर चढ़ा था| देवीसहाय ने वैद्य जी को अपने लड़के की चिकित्सा के लिये बुलाया|