95 – जादुई तोता | Jadui Tota | Tilismi Kahaniya | Moral Stories
नैरेटर:- पिछले एपिसोड में आप ने देखा था कि करण और उसके दोस्तों को शैतान ने अपने काबू में कर लिया था उसके बाद वह शैतान वहां से गायब हो गया था। फिर वो दोनों राक्षस अपनी आगे की पूजा आरंभ कर देते हैं।
राक्षस 3:- शुक्र है हमारी आज की पूजा समय पर समाप्त हो गई नहीं तो मालिक हमें बहुत बड़ी सजा देते।
राक्षस 1:- हां तुमने सही कहा। उनके आने से पहले हमें फिर से सारी सामग्रियां तैयार करके रखनी होगी। क्योंकि आज पूर्णिमा की रात है और आज की रात हमारा कार्य समाप्त होने वाला है।
राक्षस 3:- हां पर हम इन बच्चों का क्या करेंगे?
राक्षस 1:- हमने तो इन्हें पहले ही चेतावनी दी थी कि यह सभी हमारे बीच में ना आए वरना अंजाम बहुत बुरा होगा। अब देखो इन्हें इनके किये की सजा मिल रही हैं। शैतान इनको आसानी से नहीं छोड़ने वाला। चलो अब हम भी यहां से चलते हैं वरना शैतान हमें भी सजा देंगे।
राक्षस 3:- हां सही कहा, चलो चलते हैं।
नैरेटर:- इतना कहकर वह दोनों राक्षस वहां से चले जाते हैं।
सितारा:- यह दोनों राक्षस तो चले गए मुझे इस मौके का फायदा उठाते हुए सभी को होश में लाने का प्रयास करना होगा।
सितारा:- करण… करण होश में आओ। बुलबुल… करमजीत।
नैरेटर:- तब सितारा अपने जादू की सहायता से सभी को होश में लाने का प्रयास करता है परंतु इससे कोई फायदा नहीं होता।
सितारा:- अरे यह सब तो होश में ही नहीं आ रहे इन पर तो मेरा जादू काम ही नहीं कर रहा है। अब मैं क्या करुं?
नैरेटर:- तभी वहां पर राक्षसों की महारानी अपने सफेद तोते के साथ आ जाती है।
राक्षस रानी:- चिंता मत करो। मैं तुम्हारी सहायता करूंगी।
सितारा:- आप कौन हैं?
राक्षस रानी:- मैं इस महल की महारानी हूं।
सितारा:- (सिर झुकाते हुए) प्रणाम महारानी।
राक्षस रानी:- आप सभी हमारे महल में क्या कर रहे थे?
सितारा:- महारानी यह सभी मेरे मित्र हैं और आपके महल के दो राक्षस महाराज को मारने का प्रयास कर रहे हैं। हमने महाराज को बताने का प्रयास किया परंतु उन्होंने हमारे ऊपर यकीन नहीं किया। मेरा यकीन कीजिए हम यहां पर किसी को नुकसान पहचाने नहीं आए थे।
राक्षस रानी:- आप फिक्र मत कीजिए अब हमें सब सच पता चल चुका है।
सितारा:- कैसे महारानी?
नैरेटर:- जब करण और उसके सभी दोस्त फिर से कारागार से बाहर निकल गए थे। तब वहां पर दोनों पहरेदार राक्षस आते हैं।
पहरेदार राक्षस 1:- अरे यह सब अब फिर से गायब हो गए।
पहरेदार राक्षस 2:- हमें अभी जाकर महाराज को बताना होगा।
पहरेदार राक्षस 1:- परंतु महाराज को तो अभी तक होश नहीं आया है।
पहरेदार राक्षस 2:- तो फिर हमें महारानी के पास चलना चाहिए।
पहरेदार राक्षस 1:- हां चलो चलते हैं।
नैरेटर:- उसके दोनों पहरेदार राक्षसों की महारानी के पास चले जाते हैं।
पहरेदार राक्षस 1और 2:- प्रणाम महारानी।
राक्षस महारानी:- कहो क्या बताना चाहते हो तुम मुझे।
पहरेदार राक्षस 1:- महारानी हमारे महल में कुछ इंसान आए थे और वे सभी महाराज के कक्ष में चले गये थे। तब हमने उन्हें कारागार में बंद कर दिया था। परंतु वे सभी दो बार कारागार से गायब हो चुके हैं।
राक्षस महारानी:- क्या कहा तुमने यह बात हमें पहले क्यों नहीं बताई?
पहरेदार राक्षस 1:- महारानी हमें क्षमा कर दीजिए। हम महाराज के होश में आने का इंतजार कर रहे थे।
राक्षस महारानी:- पर क्यों? तुम अच्छे से जानते हो ना कि हम कौन हैं। हम इस महल की महारानी हैं और महाराज की अनुपस्थिति के समय हमें ही सारे निर्णय लेने होते हैं। उसके बावजूद तुमने हमसे इतनी बड़ी बात छुपाने का दुस्साहस किया। वो सभी हमारे महल में कोई बड़ा खतरा भी हो सकते हैं।
पहरेदार राक्षस 2:- महारानी कृपया करके हमें क्षमा कर दीजिए। हमने महाराज के होश में आने का इंतजार इसीलिए किया क्योंकि वो सभी कह रहे थे कि हमारे महाराज की जान खतरे में है और वो यहां पर हमारे महाराज की जान बचाने आए हैं।
राक्षस महारानी:– क्या कहा महाराज के प्राण संकट में है। उसके बावजूद तुमने हमसे इतनी बड़ी बात छुपाई।
पहरेदार राक्षस 1और 2:- कृपया करके हमें क्षमा कर दीजिए महारानी।
राक्षस महारानी:- ठीक है अब तुम दोनों जाकर उन सभी को ढूंढ कर हमारे सामने पेश करो।
नैरेटर:- उसके बाद वो दोनों राक्षस करण और उसके सभी दोस्तों को पूरे महल में ढूंढते हैं परन्तु उन्हें वो सब कहीं पर भी नहीं मिलते। यह बात वो महारानी को जाकर बताते हैं।
राक्षस महारानी:- हमम… कोई बात नहीं अब मुझे ही कुछ करना होगा। मैं जानती हूं इसमें मेरी सहायता कौन कर सकता है।
नैरेटर:- उसके बाद वह राक्षस महारानी एक बूढ़ी राक्षसी के पास जाती है।
बूढ़ी राक्षसी:- आइए महारानी, आज कैसे आना हुआ?
नैरेटर:- तब वह महारानी राक्षसी उस बूढ़ी राक्षसी को सारी बात बता देती है।
राक्षस महारानी:- आप अपने जादुई गोली की सहायता से सब पता करने का प्रयास कीजिए।
बूढ़ी राक्षसी:- ठीक है।
नैरेटर:- उसके बाद वह बूढ़ी राक्षसी अपने जादूई गोले में देखती है कि करण और उसके सभी दोस्त कारागार से निकलकर एक कक्ष में गए हैं।
राक्षस महारानी:- क्या आप मुझे बता सकती है कि वो उस कक्ष में क्या कर रहे हैं?
बूढ़ी राक्षसी:- नहीं मैं यह सब अपने जादूई गोले में नहीं देख पा रही हूं क्योंकि कोई बहुत बड़ी शक्ति है जो मेरे जादू को रोक रही है इसीलिए हम उस कक्ष के अंदर की कोई भी घटना नहीं देख सकते।
राक्षस महारानी:- क्या कहा उनकी जादुई शक्तियां आपसे भी ज्यादा है। इसका मतलब यह सभी बच्चे हमारे लिए बहुत खतरनाक है। मैं इन सभी को मृत्युदंड दूंगी।
बूढ़ी राक्षसी:- नहीं इन बच्चों ने कुछ भी नहीं किया है। यह सभी निर्दोष है। इसके पीछे किसी बहुत बड़ी शक्ति का हाथ है।
राक्षस महारानी:- परंतु हम इसका पता कैसे लगाएंगे?
नैरेटर:- उसके बाद वह बूढ़ी राक्षसी कोई मंत्र बोलती है इसके बाद वहां पर एक सफेद तोता प्रकट हो जाता है।
बूढ़ी राक्षसी:- यह जादूई सफेद तोता है। हम इसकी सहायता से पता लगा सकते हैं कि उस कक्ष में क्या हो रहा होगा।
राक्षस महारानी:- परंतु अगर किसी ने इस तोते को वहां पर देख लिया और इसको नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, तो हम क्या करेंगे?
बूढ़ी राक्षसी:- आप चिंता मत कीजिए यह तोता सबको देख सकता हैं। परंतु इस तोते को कोई नहीं देख पाएगा और इस तोते की एक खास बात यह भी है जो भी यह वहां पर देखेगा, वो सब हमें हमारे इस जादुई गोले में दिखेगा।
राक्षस महारानी:- यह तो बहुत ही अच्छी बात है, अब आप जल्दी से इस तोते को उस कक्ष में भेजिए।
बूढ़ी राक्षसी:- जी महारानी।
सितारा:- ओह अच्छा इतना सब कुछ हो गया।
राक्षस महारानी:- हां इस प्रकार हमें सारी सच्चाई पता चली।
सितारा:- परंतु महारानी अब हम क्या करेंगे? मेरे सभी मित्र उस शैतान के कब्जे में है। मैंने इन सभी को होश में लाने का बहुत प्रयास किया परंतु मैं नाकामयाब रहा।
राक्षस महारानी:- आप चिंता मत कीजिए मेरे पास एक जादुई जल है। उस जादुई जल की सहायता से आपके सभी मित्र वापस होश में आ जाएंगे।
नैरेटर:- उसके बाद राक्षसी महारानी सितारा को वह जादुई जल देती है।
राक्षस महारानी:- अब आप इस जल को इनके ऊपर छिड़क दीजिए।
सितारा:- जी महारानी।
सितारा:- दोस्तों तुम सभी ठीक तो हो ना?
बुलबुल:- हमें क्या हुआ था?
करण:- हां हम यहां पर क्या कर रहे हैं और वो दोनों राक्षस और शैतान कहां पर है?
कमल:- हां मुझे भी कुछ याद नहीं आ रहा है।
सितारा:- दोस्तों दरअसल बात यह है कि शैतान ने तुम्हें अपने कब्जे में कर लिया था।
बुलबुल:- क्या कहा कैसे?
करमजीत:- हां और हम ठीक कैसे हुए?
सितारा:- दोस्तों ये यहां की महारानी है।
सभी एक साथ:- प्रणाम महारानी।
राक्षस महारानी:- प्रणाम।
सितारा:- दोस्तों इन्हीं की सहायता से तुम सभी वापस होश में आ सके हो। वरना मैंने तो अपना हर संभव प्रयास किया था परंतु मेरे जादू का कोई असर नहीं हो रहा था।
बुलबुल:- हमारी सहायता करने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया महारानी।
राक्षस महारानी:- कोई बात नहीं।
करण:- परंतु आपको हमारे बारे में कैसे पता चला?
सितारा:- दोस्तों दरअसल बात यह है कि……
नैरेटर:- उसके बाद सितारा अपने दोस्तों को सारी बात बता देता है की किस प्रकार महारानी को उनके बारे में पता चला।
बुलबुल:- शुक्र है कि आपको सब समय पर पता चल गया। वरना महाराज ने तो हमारी बातों पर यकीन नहीं किया था।
कुश:- और साथ ही हमारे पास ज्यादा समय भी नहीं है। आज पूर्णिमा की रात है, जो की उनके लिए बहुत शक्तिशाली होने वाली है।
टॉबी:- हां वो बहुत ही शक्तिशाली है हम उनका मुकाबला कैसे करेंगे?
शुगर:- तुमने सही कहा उस शैतान ने हमें बहुत परेशान किया है।
राक्षस महारानी:- आप सभी चिंता मत कीजिए जिनकी सहायता से मुझे इस कक्ष के रहस्य के बारे में पता चला, उन्हीं के पास जरूर इस समस्या का भी हल अवश्य होगा।
सितारा:- ज़ी महारानी फिर हम अभी उनके पास चलते हैं।
नैरेटर:- उसके बाद करण और उसके सभी दोस्त राक्षसी महारानी के साथ फिर से उस बूढ़ी राक्षसी के पास उनकी कुटिया में चले जाते हैं।
राक्षस महारानी:- अब हमें अपने आगे का कार्य शुरू करना चाहिए। क्योंकि हमारे पास ज्यादा समय नहीं है।
बूढ़ी राक्षसी:- जी महारानी। परंतु यह कार्य बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है क्योंकि उस शैतान को अपने काबू में करना बहुत ही मुश्किल होगा। उसके आगे मेरी भी जादुई शक्तियां कम पड़ जाती है।
शुगर:- हे भगवान अब हम क्या करेंगे हम उनका सामना कैसे करेंगे।
राक्षस महारानी:- आप कृपया करके इसका हल निकालिए महाराज के भी प्राण खतरे में है। हमें जो कुछ भी करना है आज ही करना होगा।
सितारा:- हां परंतु उस शैतान के आगे हमारी जादुई शक्तियां कोई काम नहीं कर रही है और हमारी शक्तियों के बिना हम उसको कैसे हरा पाएंगे।
बूढ़ी राक्षसी:- हमें कोई दूसरा रास्ता सोचा होगा। जब शैतान वह उस कक्ष में आया था तो वह किस प्रकार आया था?
टॉबी:- दरअसल मुझसे गलती से एक बोतल गिर गई थी। वह शैतान उसी से बाहर निकला था।
बूढ़ी राक्षसी:- हमें कुछ भी करके उस शैतान को फिर से उस बोतल में बंद करना होगा। परंतु उसके लिए पहले हमें उसका सामना करना होगा जिसके लिए मुझे एक जादुई काडा तैयार करना होगा।
करण:- जादुई काडा…… उससे क्या होगा?
बूढ़ी राक्षसी:- जब हम उस शैतान का सामना करेंगे, तब उस जादुई काड़े को हम उसके ऊपर छिड़क देंगे। उसके बाद हम उस शैतान का सामना कर पाएंगे।
टॉबी:- इसका मतलब उसके बाद हम उस शैतान का खात्मा कर सकेंगे।
बूढ़ी राक्षसी:- जादुई काडा उसकी शक्तियों को कमजोर कर सकता है परंतु उसे पूरी तरह हराने में कामयाब नहीं है।
शुगर:- ओह… नहीं।
बूढ़ी राक्षसी:- मैं उसे बनाने के लिए सामग्रियां
लेकर आती हूं।
नैरेटर:- उसके बाद वह बुद्धि राक्षसी सामग्रियां लेने बाहर बगीचे में चली जाती है।
राक्षसी महारानी:- आआआ……..
करण:- महारानी…….
सितारा:- महारानी आप ठीक तो है ना??
बुलबुल:- अरे यह सब क्या हो रहा है?
शुगर:- लगता है किसी ने महारानी के साथ कुछ किया है। अब हम क्या करेंगे करण।
नैरेटर:- उसके बाद महारानी वहीं पर बेहोश हो जाती है।
बुलबुल:- ओह नहीं……….
नैरेटर:- क्या करण और उसके दोस्त मिलकर महारानी को बचा पाएंगे। और उस शैतान का मुकाबला कर पाएंगे साथ ही उसे उसके इरादों में कामयाब होने से रोक पाएंगे। यह सब जानने के लिए बने रहिएगा तिलिस्मी कहानी के एपिसोड तक।