01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 111 1 [व] तत्रापि तपसि शरेष्ठे वर्तमानः स वीर्यवान सिद्धचारणसंघानां बभूव परियदर्शनः Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
02. सभापर्व Share 0 अध्याय 15 1 [य] सम्राड गुणम अभीप्सन वै युष्मान सवार्थपरायणः कथं परहिणुयां भीमं बलात केवलसाहसात Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतसभापर्व
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 136 1 [यव] परतिभास्यन्ति वै वेदा मम तातस्य चॊभयॊः अति चान्यान भविष्यावॊ वरा लब्धास तथा मया Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 99 1 के लॊका युध्यमानानां शूराणाम अनिवर्तिनाम भवन्ति निधनं पराप्य तन मे बरूहि पिता मह Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 99 1 [य] आरामाणां तडागानां यत फलं कुरुनन्दन तद अहं शरॊतुम इच्छामि तवत्तॊ ऽदय भरतर्षभ Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 10 1 [इ] सर्वं वयाप्तम इदं देवा वृत्रेण जगद अव्ययम न हय अस्य सदृशं किं चित परतिघाताय यद भवेत Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 113 1 [व] एवम उक्तस तया राजा तां देवीं पुनर अब्रवीत धर्मविद धर्मसंयुक्तम इदं वचनम उत्तमम Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 155 1 [वै] निहते राक्षसे तस्मिन पुनर नारायणाश्रमम अभ्येत्य राजा कौन्तेयॊ निवासम अकरॊत परभुः Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 62 1 [ज] तवत्तः शरुतम इदं बरह्मन देवदानवरक्षसाम अंशावतरणं सम्यग गन्धर्वाप्सरसां तथा Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 98 1 कषत्रधर्मान न पापीयान धर्मॊ ऽसति भरतर्षभ अभियाने च युद्धे च राजा हन्ति महाजनम Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व