भिक्षा देदे माई भिक्षा देदे माई
भिक्षा देदे माई भिक्षा देदे माई,
तेरे द्वार पे चलके आया शिरडी वाला साँई,
भिक्षा देदे माई भिक्षा देदे माई,
तेरे द्वार पे चलके आया शिरडी वाला साँई,
जोगिया बनके ए माई तेरे दर आया है साईं.
ये उनका रूप अनोखा है तेरी नज़रों का धोखा है.
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
साँईनाथ के चरणों में आकर के झुकजाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
जबसे बढ़ा सांई से रिश्ता दुनियां छूटी जाय
हम आऐ सांई के द्वारे धरती कहीं भी जाय
चिन्ता से भरा दिल सांई को देदे
तुझे दौनौं जहां का सुख चैन मिलेगा
चिन्ता से भरा दिल सांई को देदे
बँगलिया मेरी एसी बनवइयौ सांई नाथ-2
जिसमें सारी उमर कटजाय जिसमें सारा बुढ़ापा कटजाय
ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा को है-2
हर इक जन अगर कर भी लेगा किनारा मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा को है
ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई राम ॐ सांई
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज 2 झोलियाँ भरो सब की