07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 124 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ राजा रथाद आप्लुत्य भारत पर्यष्वजत तदा कृष्णाव आनन्दाश्रु परिप्लुतः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 123 1 [धृ] तथागतेषु शूरेषु तेषां मम च संजय किं वै भीमस तदाकार्षीत तन ममाचक्ष्व संजय Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 122 1 [धृ] तस्मिन विनिहते वीरे सैन्धवे सव्यसाचिना मामका यद अकुर्वन्त तन ममाचक्ष्व संजय Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 121 1 [स] स रणे वयचरत पार्थः परेक्षणीयॊ धनंजयः युगपद दिक्षु सर्वासु चित्राण्य अस्त्राणि दर्शयन Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 120 1 [धृ] तदवस्थे हते तस्मिन भूरिश्रवसि कौरवे यथा भूयॊ ऽभवद युद्धं तन ममाचक्ष्व संजय Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
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07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 118 1 [स] स बाहुर अपतद भूमौ स खड्गः स शुभाङ्गदः आदधज जीवलॊकस्य दुःखम उत्तमम उत्तमः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 117 1 [स] तम आपतन्तं संप्रेक्ष्य सात्वतं युद्धदुर्मदम करॊधाद भूरिश्रवा राजन सहसा समुपाद्रवत Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 116 1 [स] तद उद्यतं महाबाहुं दुःशासन रथं परति तवरितं तवरणीयेषु धनंजय हितैषिणम Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 115 1 [धृ] अहन्य अहनि मे दीप्तं यशः पतति संजय हता मे बहवॊ यॊधा मन्ये कालस्य पर्ययम Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत