वट यक्षिणी चेटक मन्त्र व विधि
वट यक्षिणी चेटक मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ सुमुखे विद्युज्जिह्वे
ॐ हूं चेटक जय जय स्वाहा|
वट यक्षिणी चेटक मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का नित्य 108 बार जप करें तथा भोजन करते समय आधा भोजन छत पर फेंक दें| ऐसा छ: महीने करने पर यक्षिणी स्वयं आकर अपने हाथ से भोजन ग्रहण करती है| और साधक जो भी माँगे वह वर प्रदान करती है|