वक्रतुण्ड गणेश देवता का मन्त्र व विधि (2)
वक्रतुण्ड गणेश देवता का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
रायस्पौषस्य ददिता निधिदो रत्न|
धातुमान रक्षोहणोवलगहनोवक्रतुंडाय हुं||
वक्रतुण्ड गणेश देवता का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का सवा लाख जाप करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है| इसके सिद्ध होने से जीवन में किसी भी प्रकार से आर्थिक अभाव नहीं रहता|