त्रैलोक्य मोहन गौरी मन्त्र व विधि
त्रैलोक्य मोहन गौरी मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ ह्रीं नमो ब्रह्मश्रीराजते|
राजपूजाये जय विजय गौरि||
गाँधारी त्रिभुवनवंशकरी|
सर्वस्त्रीपुरुषवशंकरी||
सु सु दु दु घे घे वा वा ह्रीं स्वाहा||
त्रैलोक्य मोहन गौरी मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का नित्य 108 बार जप करने से त्रैलोक्य मोहन सिद्धि प्राप्त होती है|