स्वर्णाकर्षण भैरव मन्त्र व विधि
स्वर्णाकर्षण भैरव मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ऐं ह्रीं श्रीं ऐं श्रीं आपदुद्धारणाय ह्रां ह्रीं ह्रूं|
अजामलबद्धाय लोकेश्वराय स्वर्णाकर्षण भैरव|
मम दारिद्र्य विद्वेषणाय महाभैरवाय नमः श्रीं ह्रीं ऐं||
स्वर्णाकर्षण भैरव मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का सवा लाख जप विधि सहित करने से व्यापार में लाभ होता है| तथा प्रत्येक कार्य सफल होता है|