शत्रु ठीक करने का मन्त्र व विधि
शत्रु ठीक करने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ओं नमो आदेश हनुमन्त का|
फारि विदारि उदारि तने||
हनुमान जू शत्रुन को तुम खावो|
एक न छाडहु द्रोहीन को||
जग में जब द्रोहिन को तुम पावो|
आदेश तने राजा राम का||
मेरी भक्ति, गुरु की शक्ति|
फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा||
शत्रु ठीक करने का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का विधि सहित अनुष्ठान करने से शत्रु काबू होता है|