शत्रु मारण के लिए मन्त्र व विधि
शत्रु मारण के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ नमो नरसिंहाय कपिलजटात|
अमोघ बीचा सत् वृताय||
महादोग्र चण्डरूपाय|
ॐ ह्रीं ह्रीं छां छां छीं छीं फट्||
शत्रु मारण के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का 10000 बार जप करने से यह मन्त्र सिद्ध होता है| जप का दशांश पुष्प तथा घृत मिला कर हवन करने से शत्रु की मृत्यु होती है|