सर्व विघ्न हरण मन्त्र व विधि
सर्व विघ्न हरण मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ नमः शान्ते पर्शान्ते
ॐ ह्रीं ह्रां सर्व क्रोध प्रशमनी स्वाहा|
यात्रा के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को प्रति दिन प्रातःकाल 108 बार जप कर मुख मर्जन करने से परिवार के समस्त प्राणी सदा शान्त एवं निर्विघ्न जीवन व्यतीत करते हैं|f