सर्प दंश पर धागा मन्त्र व विधि
सर्प दंश पर धागा मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
तागा-तागा-तागा|
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर|
तिन देव लागा|
ऐ तागा नड़े चड़े|
ईश्वरी करतार करे||
सर्प दंश पर धागा मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को सिद्ध कर फिर जब किसी व्यक्ति को सर्प काट लेता है तो दंश के स्थान के पास धागा बाँध दें तो विष आगे न बढ़ेगा|