नील सरस्वती का मन्त्र व विधि

नील सरस्वती का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सौं क्लीं ह्रीं|
ऐं ब्लूं स्त्री नीलतारे सरस्वती|
द्रां द्रीं क्लीं ब्लूं सः|
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं|
सौं: सौं: ह्रीं स्वाहा||
नील सरस्वती का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
जिस समय बालक जन्म ले तब स्नान कराकर दूर्वा से इस मन्त्र को बालक की जीभ पर लिखें तो बालक को समस्त शास्त्र कंठस्थ हो जाते हैं|