श्री हनुमान जी का मन्त्र व विधि
श्री हनुमान जी का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदूताय|
लंकाविध्वंसनायांजनीगर्भसंभूताय||
शाकिनी डाकिनी विध्वंसनाय|
किलि किलि बुवुकरेण विभीषणाय||
हनुमद्देवाय ॐ ह्रीं श्रीं ह्रौं ह्रां फट् स्वाहा||
श्री हनुमान जी का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का नित्य 108 बार जप करने से सिद्धि प्राप्त होती है|