कार्तवीर्यार्जुन का मन्त्र व विधि
कार्तवीर्यार्जुन का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ क्रों च्रीं क्लीं भूं आं ह्रीं
क्रों श्रीं हुं फट् कार्तवीर्यार्जुनाय नमः||
कार्तवीर्यार्जुन का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र का एक लाख जप करने से यह मन्त्र सिद्ध होता है| इस मन्त्र को सिद्ध करने के बाद भोजपत्र पर अष्टगंध से लिखकर घड़े में रख देना चाहिए| इस तरह करने से साधक के जीवन में वाक् सिद्धि, अष्ट लक्ष्मी और समस्त सुख प्राप्त होते हैं|