ज्वर दूर करने के लिए मन्त्र व विधि

ज्वर दूर करने के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ भैरव भूतानां ये विकराल काये|
अग्निवर्ण धामे सर्व ज्वर बन्ध||
मोचय अम्ब्केतु हुँ||
ज्वर दूर करने के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
सहदेवी की जड़ को मंगलवार अथवा रविवार के दिन 108 बार इस मन्त्र से अभिमन्त्रित कर पुरुष रोगी के दाहिनी बांह पर तथा स्त्री रोगी के बाँये हाथ पर बांधने से समस्त प्रकार के ज्वर नष्ट होते हैं|