गर्भ स्तम्भन के लिए मन्त्र व विधि
गर्भ स्तम्भन के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ओं नमो आदेश गुरु को|
जय-जय-जय-जय जयकार|
गोरख बैठा घोरुवार|
जब लग गोर्ख जाप जपै|
जब लग राज विभीषण करै|
गौरा कात्या कातना|
ईश्वर बांध्या गंडा|
राखु-खाखु श्री हनुमन्त बजरंग|
जो छिटका परता|
अंडा दूध-पूत|
ईश्वर की माया|
पड़ता गर्भ श्री गोरखनाथ जी रखाया|
मेरी भक्ति|
गुरु की शक्ति|
फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा||
गर्भ स्तम्भन के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को पहले सिद्ध करें फिर एक काले रंग का धागा लेकर 21 बार इस मन्त्र से अभिमन्त्रित करके गर्भवती स्त्री की कमर में धारण करवा देवें तो गिरता हुआ गर्भ रुक जाएगा|