दुर्बलता दूर करने का मन्त्र व विधि
दुर्बलता दूर करने का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
तू है वीर बड़ा हनुमान|
लाल लंगोटी मुख में पान|
ऐर भगावै-वैर भगावै|
अमुक में शक्ति जगावै|
रहे इसकी काया दुर्बल|
तो माता अंजनी की आन|
दुहाई गौरा पार्वती की|
दुहाई राम की|
दुहाई सीता की|
लै इसके पिण्ड की खबर|
न रहे इसपे कोई कसर||
दुर्बलता दूर करने का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को सिद्ध कर इस तरह प्रयोग करें, इस मन्त्र का जप कर 21 बार झाड़ा करने से दुर्बलता दूर होती है।