अर्श (बवासीर) दूर करने के लिए मन्त्र व विधि
अर्श (बवासीर) दूर करने के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
उटिष्टंग दुष्टंग दुष्सुरा
सर्वेयक्ष, राक्षस, किन्नरा
पिशाच गुह्यका चैव मलमूत्र
मनुष्याणां ममोदुषेन दीयते||
अर्श (बवासीर) दूर करने के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को नवरात्रि में प्रत्येक रात को 108 बार जप करके सिद्ध करें| फिर प्रतिदिन शौच क्रिया करते समय इस मन्त्र का 108 बार जाप करें तो बवासीर दूर होती है|