5 महत्वपूर्व चीजें : जिन्हे दीपावली पर करना बिलकुल भी न भूले
भारत में कोई अतिश्योक्ति नहीं है की यह पर्व ख़ुशी उमंग उत्साह खुशहाली अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। पांच दिनों तक चलने वाला यह पर्व सभी सगे सम्बन्धियों को इक दूजे के करीब लाता है सब मिलकर एक साथ इस पर्व की तैयारियां करते है फिर साथ ही मिलकर घरो व दुकानों को सजाते है, दीये की लौ से सारे वातावरण को रोशन करते है ताकि बुराई रूपी अंधकार सबके जीवन से दूर हो जाये। चूँकि यह पर्व अमावस्या (इस दिन चाँद नहीं आता है) को मनाया जाता है इसीलिए यह रात दीये व मोमबत्तियों की रोशनी से प्रकाशमान होती है।
1लक्ष्मी गणेश पूजा
इस पर्व में लक्ष्मी गणेश जी की पूजा की अहम भूमिका व विशेषता है। भारत में लोगो का मानना है की इस दिन इन दोनों देवों की पूजा करने से ज़िंदगी खुशहाल, सुखी, धन सम्पदा से सम्पन होती है।
हिन्दुओं में इस दिन बिना लक्ष्मी गणेश जी की पूजा किये पर्व की शुरुआत ही नहीं की जाती है। पहले इनकी पूजा होती है उसके बाद ही सब उपहारों को देते व लेते है, मिठाईया खाते व खिलाते है तथा पटाखे छोड़ते है।
2सुंदर रंगोली
एक और विशेषता इस पर्व की है, सूंदर रंगो से बनाई गयी रंगोली। इसको घरों के बाहर फर्श पर विभिन्न रंगो से बनाया जाता है। वास्तव में यह कला व सृजनता का बेमोल नमूना है जो आपको सभी घरों में मिल जायेगा। कई सालों से रंगोली बनाने की रस्म प्रचलित है बल्कि कुछ वर्षो से तो इसके प्रति लोगो का उत्साह और भी बढ़ा है कई दिन पहले ही इंटरनेट पर नए नए डिजाईन की खोज शुरू हो जाती है सभी उम्र के लोग इसको बनाने में जुट जाते है।
3उपहारों व मिठाईओं का आदान – प्रदान करना
इस त्यौहार की सबसे विशेष रस्म है उपहारों व मिठाईओं का आदान – प्रदान करना, लोग इक दूजे को उपहारों के रूप में प्यार, सदभावना, शुभ कामनाये, खुशियाँ बाटँते है। कई दिन पहले से बाजार में उपहारों व मिठाईओं की धूम मच जाती है। हर कोई अपनों के लिए इनकी खरीदी करता है। सबके चेहरे पर इक मुस्कान खिलती है।
4दीये व मोमबत्ती जलाना, पटाखे छोड़ना
इस पर्व का सबसे रोचक पड़ाव है मिट्टी के दीये से घर व आस पास के वातावरण को रोशन करना, सब लोग पूजा से पहले सब तरफ मोमबत्ती व दीये जलाकर अँधेरे को दूर भगा देते है, पूजा के बाद सब पटाखे छोड़ते है, यह है इस पर्व की ख़ूबसूरती जब अँधेरे में डूबा आसमान भी इन दीपकों की रोशनी से जगमगा उठता है।
5अपनों को शुभ कामनाएँ देना
त्यौहार की अन्य रस्मो के साथ साथ लोग इस दिन अपने सगे सम्बन्धियों को दीवाली की शुभ कामनाएँ देते है। जिसके रूप में असल में वह अपना प्रेम व सौहाद्र्य का सन्देश देते है। इसे कई बार मिलकर या फिर कार्ड, फ़ोन, टेक्स्ट द्वारा भेजते है।
तो फिर हो जाईये तैयार इस पर्व की तैयारियों के लिए, अब तो बस कुछ ही दिन बाकी रह गए है प्यार ख़ुशी व सदभावना का सन्देश देने में।
Ms. Ginny Chhabra (Article Writer)