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दूध के 29 स्वास्थ्य लाभ – 29 Health Benefits of Milk

दूध के 29 स्वास्थ्य लाभ - 29 Health Benefits of Milk

शुद्ध दूध / Milk पूरी तरह से कैल्शियम और महत्वपूर्ण मिनरल्स से भरा हुआ होता है। दूध हमारे आहार का अहम हिस्‍सा है। यह मानव का पहला आहार होता है। दूध में सारे पौष्टिक तत्व उपस्थित होते हैं जो एक स्वस्थ शरीर में होने चाहिए। अक्सर लोग दूध को लेकर भ्रमित रहते हैं कि दूध पीने से वो मोटे हो सकते हैं लेकिन यहां आपको बता दें कि दूध से मोटापा नहीं बढ़ता है बल्कि शरीर को शक्ति मिलती है।

दूध के 29 औषधीय गुण इस प्रकार हैं:

1. कब्ज

गर्म दूध के साथ ईसबगोल की भूसी या गुलाब का गुलकन्द लेने से टट्टी खुलकर आती है| बवासीर वालों को भी इसे सेवन करना चाहिये| गाय का ताजा दूध तलुओं पर मलने, रगड़ते रहने से बवासीर में लाभ होता है|


2. दस्त

छोटे बच्चों को दस्त हों तो गर्म दूध में चुटकी भर पिसी हुई दालचीनी डाल कर पिलाएं| बड़ों को दुगनी मात्रा मिलाकर पिलाएं|


3. पोषक

मां का दूध अन्य सभी प्रकार के दूधों से उत्तम होता है| मां का दूध रोग-निरोधक है एवं शक्ति बढ़ाता है| तथा संक्रामक रोगों से बचाव करते हुए शरीर को सुन्दर रखता है|


4. शिशु निरोगता

माता का संयमी जीवन ही बच्चे को निरोग रखता है| स्त्री को पुरुष-संग के तत्काल बाद बच्चे को शीघ्र ही दूध नहीं पिलाना चाहिए| इससे बच्चे के शरीर में गर्मी चली जाती है| इसी प्रकार जब क्रोध आया हुआ हो, तो बच्चे को दूध न पिलाएं| दूध में विटामिन-सी नहीं होता| अत: नारंगी-मौसमी का रस बच्चे को अवश्य पिलाएं|


5. घृणा

(बच्चों को दूध से घृणा) यदि बच्चा दूध नहीं पीता है, घृणा करता है तो दूध न पिलाएं| दूध के स्थान पर दही, छाछ, लस्सी अथवा दूध से बनी अन्य चीजें, खीर, सूजी आदि दें| कुछ सप्ताह बाद बच्चा स्वयं दूध पीने लगेगा| बच्चे के भोजन में परिवर्तन करते रहने चाहिए| केले को पीस कर दूध में मिला कर दे सकते हैं|


6. दांतों का गलना

दूध पिलाने के बाद बच्चों को थोड़ा-सा पानी पिलाएं, दांत साफ कराएं| कोई भी चीज खाने-पीने के बाद थोड़ा-सा पानी पिलाएं और कुल्ले कराएं|


7. लाभ व हानि

चीनी मिला दूध कफकारक होता है| प्राय: दूध में चीनी मिलाकर मीठा करके पीते हैं| चीनी मिलाने से दूध में जो कैल्शियम होता है, नष्ट हो जाता है| अत: चीनी मिलाना उचित नहीं है| दूध में प्राकृतिक मिठास होती है| फीके दूध का अभ्यास करने से थोड़े दिन में ही उसके प्राकृतिक मिठास का भान होने लगता है और बाह्य मिठास की आवश्यकता नहीं होती| जहां तक हो इसमें चीनी न मिलाएं| यदि मिठास की आवश्यकता हो तो शहद, मीठे फलों का रस, मुनक्का को भिगो कर इसका पानी, गन्ने का रस, ग्लूकोज मिलाएं| बूरा या मिश्री मिला हुआ दूध वीर्यवर्धक, त्रिदोष नाशक होता है|


8. पाचन

किसी-किसी को दूध नहीं पचता, अच्छा नहीं लगता| इसके लिए दूध उबालते समय एक पीपल डालकर दूध उबाल कर पिएं| इससे वायु नहीं बनती| दूध में शहद मिलाकर पीने से गैस नहीं बनती| दूध शीघ्र पचता है, दूध के साथ नारंगी, मौसमी का रस मिलाकर पीने से सूखे मेवे डालकर पानी से या ऊपर से नारंगी खाने से दूध शीघ्र पचता है| दूध के बाद नींबू चूसने से शीघ्र पचता है| दूध बादी करता हो, गैस बनाता हो तो अदरक के टुकड़े या सौंठ का चूर्ण और किशमिश मिलाकर सेवन करें|


9. हानिकारक दूध

खांसी, दमा, दस्त, पेचिश, पेट-दर्द और अपच आदि रोगों में दूध नहीं पीना चाहिए| इनमें ताजा छाछ (मट्ठा) पीना चाहिए| घी भी इनमें नहीं लेना चाहिए|


10. धारोष्ण दूध

दूध निकालकर, छानकर ताजा, बिना गर्म किए मिश्री या शहद, भिगोई हुई किशमिश का पानी मिलाकर चालीस दिन पीने से वीर्य शुद्ध होता है, नेत्र-ज्योति, स्मरण-शक्ति बढती है| खुजली, स्नायुदौर्बल्य, बच्चों का सूखा रोग, क्षय रोग (टी.बी.) हिस्टीरिया, हृदय की धड़कन आदि में दूध उपयोगी है| छोटे-छोटे दुर्बल बालकों को बहुत ही लाभ करता है| इसे धीरे-धीरे चुसकी लेकर पिएं|


11. शिशु शक्तिवर्धक

बच्चे बड़े होने पर भी दुर्बल हों, सूखा रोग हो तो उन्हें दूध में बादाम मिलाकर पिलाएं|


12. शक्तिदायक

आधा किलो दूध में पाव भर गाजर कद्दूकस से छोटे-छोटे टुकड़े करके उबाल कर सेवन करने से दूध जल्दी पचता है, दस्त साफ आता है और दूध में लोहे की मात्रा बढ़ जाती है|


13. आंखों के रोग

आंखों में चोट लगी हो, जल गई हो, मिर्च मसाला गिरा हो, कोई कीड़ा गिर गया हो या डंक मारा हो, आंख लाल हों, दुखती हों, कीचड़ आती हो, प्रकाश सहन न होता हो तो रूई का फोया दूध में भिगोकर आंखों पर रखने से लाभ होता है| रात भय फोया बंधा रखें तो ज्यादा लाभदायक है| आंख में दो बूंद दूध की भी डालें|

आंख में तिनका या अन्य कोई चीज गिर जाए और निकलती न हो आंख में दूध की तीन बूंद डालें| दूध की चिकनाहट से वे आंख से निकल जाएंगी|


14. श्वासनली के रोग

दूध में 5 पीपल डालकर गर्म करें| फिर शक्कर, डालकर नित्य सुबह-शाम पिएं| इससे जुकाम, खांसी, दमा, फेफड़े की कमजोरी, आरम्भिक टी.वी., वीर्य की कमी एवं कमजोरी दूर होती है| यह कुछ महीने करें|


15. वीर्य पुष्टि

प्रात: नाश्ते में एक केला, दस ग्राम देशी घी के साथ खाकर ऊपर से दूध पिएं| दोपहर के बाद दो केले, आधा छटांक खजूर, एक चम्मच देशी घी खाकर ऊपर से दूध पिएं|


16. मूत्राशय

दूध में गुड मिलाकर पीने से लाभ होता है|


17. यौनेच्छा

तीन माह तक लगातार रात्रि को दूध पीने से यौन या काम-क्रिया की दृष्टि से स्त्री, पुरुषों की यौनेच्छा और काम-शक्ति के साथ-साथ यौन-क्रिया की अवधि में भारी वृद्धि हो जाती है| रात्रि को दूध पीना न केवल शारीरिक किन्तु यौन-संबंध के प्रति उत्साह जाने के लिए भी लाभदायक रहता है| दूध में शहद मिलाकर पीने से वीर्य बढ़ता है|


18. खुजली

दूध में पानी मिलाकर रूई के फोहे से शरीर पर मलें| थोड़ी देर बाद स्नान कर लें| खुजली मिट जाएगी|


19. जलन

(पेशाब की जलन) गर्मी के प्रभाव, गर्म प्रकृति की चीजें खाने से पेशाब की जलन हो तो कच्चे दूध में पानी मिला कर, लस्सी बना कर पीने से लाभ होता है|


20. नींद न आना

(अनिद्रा) रात को सोते समय मावा या खोवा खाने से नींद अच्छी आती है|


21. सिर दर्द

सिर दर्द आधे सिर में हो और सूर्य के साथ घटता-बढ़ता हो, तो सूर्योदय के पहले गर्म दूध के साथ जलेबी या रबड़ी खाएं|


22. वायु

परिणाम शूल (गेस्ट्रिक और ड्यूडोनल अल्सर) के रोगी को दूध पर ही रखें अर्थात् बार-बार दूध देते रहें, भोजन न करें| अनार का रस एवं आंवले का मुरब्बा खायें|


23. शारीरिक रोग

(हर प्रकार के रोगों की दवा दूध) कोई भी रोग हो, दिन में अनेक बार अर्थात् 1-2 बार थोड़ा-थोड़ा दूध पीते रहने से रोग दूर हो जाते हैं|


24. बलवर्धक

स्त्री संग के बाद एक गिलास दूध में पांच बादाम पीस कर मिलाएं| एक चम्मच देशी घी डालें| फिर उसे पीने से बल मिलता है| नामर्दी दूर करने के लिए सर्दी के दिनों में दो रत्ती केसर डालकर पिएं|


25. अम्लपित्त

(Acidity) जिन्हें अम्लपित्त (पेट से कंठो तक जलन) हो, उन्हें दिन में तीन बार ठंडा दूध पीना चाहिए|


26. हिचकी

गर्म दूध पीने से हिचकी बन्द हो जाती है| थकान दूर करने के लिए एक गिलास गर्म दूध पिएं|


27. होठों का सौन्दर्य

एक चम्मच कच्चे दूध में जरा सी केसर पीसकर होठों पर मालिश करने से होठों का कालापन दूर हो जाता है और कांति बढ़ती है|


28. चेहरे का सौन्दर्य

चेहरे पर झांई, कील, मुंहासे, दाग, धब्बे दूर करने के लिये, सोने से पहले गर्म दूध चेहरे पर मलें, चेहरा धोएं| आधा घंटे बाद साफ पानी से चेहरा धोएं| इससे चेहरे का सौन्दर्य बढ़ेगा| चेहरे के धब्बों पर धारोष्ण दूध के झाग मलने से धब्बे मिट जाते हैं| सोते समय चेहरे पर दूध को मलाई लगाने से भी कील, झाईयां मिटती हैं|


29. त्वचा का कालापन

नित्य चेहरे पर दूध मलें| चेहरा सुन्दर दिखने लगेगा तथा कालापन दूर हो जाएगा| यदि इच्छा हो तो सारे शरीर पर ही दूध मलें| ऐसा करने से रूखापन दूर होकर, त्वचा मुलायम हो जाएगी और कालापन छंट जाएगा|

NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।

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