दही के 18 स्वास्थ्य लाभ – 18 Health Benefits of Curd
मंद, मधुर, मधुराम्ल, आम्ल, अत्याम्ल दही उष्णवीर्य, बलकारक, रुचिवर्धक, मलावरोधक है| यह पेट की जलन को दूर करता है| कफनाशक है, मूत्रल है, खांसी एवं विषम ज्वर में लाभकारी है| इसके साथ जीरा, सैंधा नमक एवं त्रिकुटे का चूर्ण मिलाकर खाने से अधिक उपयोगी होता है| इनका योग शरीर को दृढ बनाता है| अंगों में स्फूर्ति एवं कांति पैदा करता है|
दही के 18 औषधीय गुण इस प्रकार हैं:
1. हृदय रोग नाशक
दही हृदय रोग की रोकथाम के लिए उत्तम वस्तु है| यह रक्त में बनने वाले कोलेस्ट्रोल नामक सख्त पदार्थ रक्त शिराओं में जमकर रक्त प्रवाह रोकता है और उससे ओटोरओस नामक हृदय रोग होता है| चिकने पदार्थ खाने वाले इसी रोग के शिकार होते हैं, अत: दही का प्रयोग उत्तम है|
2. हृदय रोग
उच्च रक्त चाप, मोटापा तथा गुर्दे की बीमारियों में भी दही अत्यधिक लाभप्रद बताया गया है|
3. आधे सिर का दर्द
जो सिर-दर्द सूर्य के साथ बढ़ता और घटता है, इस तरह के सिर-दर्द को आधा सीसी कहते हैं| आधा सीसी का दर्द दही के साथ चावल खाने से ठीक हो जाता है| प्रात: सूर्योदय के समय सिर-दर्द आरम्भ होने से पहले नित्य दही में चावल मिलाकर खाएं| दही, चावल और मिश्री मिलाकर सूर्योदय से पहले खाने से सूर्योदय के साथ बढ़ने-घटने वाला सिर-दर्द ठीक हो जाता है| इसे कम से कम छ: दिन प्रयोग करें|
4. कैंसर
दही कई प्रकार के कैंसर की सम्भावना को समाप्त कर देता है| दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है| यों दही दूध को जमाने से बनता है, परन्तु दूध दही के रूप में बदलने पर गुणों में वृद्धि कर लेता है|
5. मोटापा
वैज्ञानिकों के अनुसार दही खाने के एक घंटा बाद ही उसके 81 प्रतिशत अंश को शरीर आत्मसात् कर देता है, जबकि दूध सेवन के एक घण्टे के बाद केवल 32 प्रतिशत अंश ही शरीर आत्मसात्त कर पाता है| दही से शरीर की फालतू चर्बी कम होती है| इसलिए मोटापा कम करने के लिए दही या मट्ठे का सेवन बहुत उपयोगी है|
6. फरास
एक कप दही में नमक मिलाकर फेंट लें| इससे बालों को मलकर धोएं| फरास दूर हो जायेगी|
7. खून, दर्द, जलन
फोड़े में सूजन, जलन हो तो पानी निकाला हुआ दही बांधें| एक पड़े में दही डालकर पोटली बांध कर लटका दें| इससे दही का पानी टपक जाएगा| फिर इसे फोड़े पर लगाकर पट्टी बांध दें| दिन में तीन बार पट्टी बदलें|
8. नींद न आना
(अनिद्रा) दही में पिसी हुई काली मिर्च सौंफ तथा चीनी मिलाकर खाने से नींद आ जाएगी|
9. नशा
(भांग का नशा) ताला दही खिलाते रहने से भांग का नशा उतर जाता है|
10. दुर्गन्ध
शरीर से दुर्गन्ध आने पर दही और बेसन मिलाकर शरीर पर मलें|
11. हानिकारक
दमा, श्वास, खांसी, कफ, शोथ, रक्त, पित्त, ज्वर में दही न खाएं| दही रात को नहीं खाना चाहिए| दही में शक्कर या शहद डालकर, मीठा करके खाने से इसके गुणों में वृद्धि हो जाती है|
12. अपच
दही में सेंका हुआ पीसा हुआ, जीरा, नमक और कालीमिर्च डालकर नित्य खाने से अपच ठीक हो जाता है| भोजन शीघ्र पचता है|
13. खूनी बवासीर
जब तक बवासीर में रक्त आता रहे तब तक केवल दही ही खाते रहें, अन्य कोई चीज न खाएं| रक्तस्त्राव बन्द हो जाएगा|
14. शिशु आहार
दही, मां के दूध पश्चात् बालक का सर्वश्रेष्ठ आहार है| विदेशों में जिन बच्चों को मां का दूध उपलब्ध नहीं हो पाता है, उन्हें दही दिया जाता है|
15. आंतें
एंटीबायोटिक्स देने के पश्चात् आंतों के बैक्टीरियल फ्लोरा पर पड़े कुप्रभाव को दही से बचाया जा सकता है|
16. बालों को गिरना
(बाल गिरने के कारण) आवश्यकता से अधिक भावनात्मक दबाव से बाल अधिक गिरते हैं| औरतों में एस्ट्रोन हारमोन की कमी से बाल अधिक गिरते हैं| भोजन में लौह तत्व, विटामिन-बी तथा आयोडीन की कमी से बाल असमय में ही अधिक गिरते हैं|
बालों को गिरने से रोकने के लिए दही से सिर धोना चाहिए| दही में वे सभी तत्व होते हैं, जिनकी स्वस्थ बालों को आवश्यता रहती है| दही को बालों की जड़ों में लगाइए और बीस मिनट बाद सिर धोइए| ऐसा करने से लाभ होगा|
17. काले बाल
आधा कप दही में एक नींबू निचोड़ कर मिला लें| इसे बालों पर मलें और 20 मिनट रहने दें और सिर धोएं तो इससे बाल मुलायम एवं काले हो जाएंगे|
18. बालों की समस्या
एक कप दही में पिसी हुई 10 काली मिर्च मिलाकर सिर धोने से सफाई अच्छी होती है| बाल मुलायम एवं काले रहते हैं तथा बाल गिरना बन्द हो जाते हैं| कम से कम सप्ताह में एक बार इसी तरह बाल धोएं|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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