Homeअतिथि पोस्टक्या हमारी सबसे कीमती चीज ‘‘विश्वव्यापी दृष्टि’’ खो गयी है? (यह विश्व अपना है, पराया नहीं)

क्या हमारी सबसे कीमती चीज ‘‘विश्वव्यापी दृष्टि’’ खो गयी है? (यह विश्व अपना है, पराया नहीं)

क्या हमारी सबसे कीमती चीज ‘‘विश्वव्यापी दृष्टि’’ खो गयी है? (यह विश्व अपना है, पराया नहीं)

फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर देश में नशीली दवाओं की तस्करी नहीं रूकी तो सैनिक शासन लागू होगा। एक बैठक के दौरान उन्होंने देश में भयावह होती ड्रग्स की समस्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नशीली दवा के कारण देश के 40 लाख लोग प्रभावित हैं। यदि यह समस्या अधिक गंभीर हुई तो मैं मार्शल लाॅ की घोषणा करूंगा। दुतेर्ते न सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस का हवाला देते हुए कहा, हमें इस संबंध में कोई नहीं रोक सकता है। मेरा देश हर चीज से बढ़कर है। नशीली दवा तस्करों के खिलाफ चलाए अभियान में गत वर्ष जुलाई से अब तक छह हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 10 लाख से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है या उन्होंने आत्मसमर्पण किया है। 

जापान के बुजुर्ग जेल जाना पसंद कर रहे हैं क्योंकि उन्हें वहां वह तमाम सुविधाएं मिल रही हैं जो उनके घर में मौजूद नहीं है। जेल जाने के लिए चोरी जैसे अपराध कर रहे हैं। जेल में समय पर भोजन और चिकित्सकीय सुविधाएं मिलती हैं और बुढ़ापे में इससे ज्यादा इंसान को क्या चाहिए। रोज सुबह पौने सात बजे उठना, 20 मिनट बाद नाश्ता करना। फिर ठीक आठ बजे काम के लिए पहुंच जाना। दोपहर तथा रात्रि का भोजन। यह एक बुजुर्ग कैदी की दिनचर्या है। बुजुर्ग कैदियों के देखरेख के लिए सरकार ने अलग से बजट भी जारी किया है। नर्सिंग कर्मी तैनात होंगे। नर्सिंग होम बनती जा रहीं जेलें। अकेलापन जेल जाने का एक कारण है। बुजुर्गोंं को जेल में कई लोगों के साथ रहने का मौका मिलता है। घर की तरह अकेलापन, मायूसी महसूस नहीं होती। पुलिस एजेंसी की 2013 की एक रिपोर्ट में बुजुर्गों के अपराध में वृद्धि के लिए आर्थिक कठिनाई, बुजुर्गों की बढ़ रही आबादी और उनमें बढ़ती लालची प्रवृत्ति को जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं दूसरी ओर उत्तरी ब्राजील की एक जेल में दो गिरोह के बीच हुई हिंसा में 10 कैदियों के मारे जाने की खबर है। ब्राजील की जेलें कैदियों के बीच होने वाली हिंसा के लिए सारे विश्व में बदनाम हैं।

तालिबान के कब्जे में कैद लोगों के वीडियो में एक अमेरिकी और एक आॅस्ट्रलियाई नागरिक दिखाई दिया है। इन दोनों का अपहरण पांच माह पहले अगस्त माह में काबुल से किया गया था। वीडियो तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने प्रसारित किया। यह वीडियो इस बात का पहला प्रत्यक्ष प्रमाण देता है कि ये दोनों जीवित हैं। हिसाग्रस्त अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत जावजान में सैंकड़ों महिलाओं ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) और तालिबान के खिलाफ हथियार उठा लिया है। अपने परिवार पर ढाए जुल्मों से दुखी होकर महिलाओं ने यह कदम उठाया है। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के उप प्रवक्ता नजीब दानिश ने कहा, हम किसी भी प्रकार के सशस्त्र समूह का तब तक समर्थन नहीं करेंगे, जब तक वे सेना के अंतर्गत नहीं आते। हम उम्मीद करते हैं ये महिलाएं अफगानिस्तान सुरक्षाबलों में शामिल हों तो उन्हें सेना के हिस्से के रूप में मदद कर सकते हैं। दूसरी ओर, महिलाओं ने सेना पर उनकी सुरक्षा करने में असमर्थ रहने का आरोप लगाया है।

अगर समुद्र का जलस्तर महज एक मीटर बढ़ता है तो पर्यटकों का स्वर्ग माना जाने वाला मालदीव डूब जाएगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की अर्थ आॅब्जर्वेटरी की रिपोर्ट में यह अंदेशा जताया गया है। मालदीव दुनिया के उन देशों में से है, जिनके अस्तित्व पर जलवायु परिवर्तन से उपजे खतरे के कारण बड़ा संकट मंडरा रहा है। मालदीव वास्तव एक द्वीप समूह है। पर्यटन मालदीव की अर्थव्यवस्था का मूल आधार है। संयुक्त राष्ट्र संघ का कहना है कि समुद्री जल स्तर में बढ़ोतरी से मालदीव अपना बहुत कुछ खो सकता है। मालदीव एशिया का सबसे छोटा देश है। इसकी कुल आबादी लगभग 3.45 लाख है।

पाकिस्तान का कहना है कि अग्नि-5 जैसी अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें साउथ एशियाई इलाके में अमन के लिए खतरा है। पाकिस्तान ने यह बात बौखलाहट में उस मिसाइल टेक्नोलाॅजी कंट्रोल रेजीम (एमटीसीआर) से कही है, जिसका 35 देश हिस्सा हैं और जो खतरनाक मिसाइल टेक्नोलाॅजी के ट्रांसफर को रोकने का काम करता है।

चीन ने पाकिस्तान के बीच तैयार हो रहे आर्थिक काॅरिडोर की सुरक्षा के नाम पर दो पोत पाकिस्तान को सौंपे हैं। इसके अलावा भी वह दो अन्य पोत आने वाले समय में पाकिस्तान को सौंपेगा। इसके जरिए वह इस आर्थिक काॅरिडोर की ज्वाइंट सिक्योरिटी करेगा। पाक नेवी के अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान और चीन के बीच बन रहा यह आर्थिक काॅरिडोर पूरे क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होगा। अधिकारी के मुताबिक इस काॅरिडोर का फायदा बलूचिस्तान को भी समान रूप से मिलेगा और वहां पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे, साथ हजारों युवाओं को काम मिल सकेगा।

अमेरिका के लाॅस एंजिलिस में 15 साल की एक लड़की जेना को हिजाब पहनने के कारण चालक ने उसे स्कूल बस से दो बार उतारा। लड़की के परिवार वालों ने घटना को लेकर केस दर्ज करा दिया है और स्कूल वालों से माफी की मांग की है। बाद में जेना ने एक साक्षात्कार में बताया कि हिजाब मेरे मजहब का हिस्सा है। हर दिन मैं अपने कपड़ों के हिसाब से हिजाब पहनती हूं। उसने बताया कि चालक ने बस में स्पीकर के जरिये मेरे हिजाब पर कमेंट किया।

फ्रांस ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे भारत को ‘निशाना’ बनाने वाले पाकिस्तान के आतंकी समूहों के खिलाफ ‘निर्णायक कार्रवाई’ पर जोर दिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जिस आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध का प्रस्ताव लाई थी उसे पकड़ने के लिए उसने नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां मार्क एराॅल्ट ने कहा- ‘खतरे की गम्भीरता पर न जाते हुए आतंकवाद से लड़ने की अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी की प्रतिबद्धता हर जगह एक सी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे खतरों के मद्देनजर देश को अपनी रक्षा का अधिकार है। हम आतंकवादियों के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय कानून के तहत निर्णायक कार्यवाही होते देखना चाहते हैं। उन्होंने फ्रांस और भारत के बीच आतंक से लड़ाई में सहयोग बढ़ाने का जिक्र किया।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मेक्सिको सरकार के साथ इस मामले में बातचीत अभी लंबित है और उनका प्रशासन जल्द ही दक्षिणी सीमा पर दीवार बनाने की अपनी योजना पर अमल करेगा ताकि अवैध आव्रजकों को बाहर रखा जा सके तथा मेक्सिको इस पर आने वाले खर्च की भरपाई करेगा। मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीतो ने कहा है कि वह दीवार बनाने का खर्च वहन नहीं करेगे लेकिन उन्होंने ट्रंप के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की इच्छा जताई। उन्होंने आगे कहा, ‘हम एक देश के तौर पर और मेक्सिको के नागरिक होने के तौर पर किसी चीज को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे जो हमारी प्रतिष्ठा के खिलाफ हो।’

अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विदेश मंत्री पद के लिए चुने गए रेक्स टिलरसन ने कहा कि वह यात्रा पर आने वाले मुस्लिमों पर पूर्ण प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते हैं। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका को युद्ध मैदान में तो लड़ाई जीतनी ही चाहिए, विचारों का युद्ध भी उसे जीतना चाहिए। ट्रंप ने देश में मुस्लिमों की यात्रा और अप्रवासन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के पास उनके खिलाफ विवादस्पद दस्तावेज होने के लिए अपने ही देश की खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह नाजी जर्मनी में रहने जैसा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह ‘भगवान द्वारा बनाए गए सबसे बड़े रोजगार सृजक होंगे।’ और मैं सच कह रहा हूं, मैं इस पर कड़ी मेहनत करने वाला हूूं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ हजारों लोग अमेरिका की सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप के रूख की आलोचना करते हुए जगह-जगह रैलियां निकालीं और प्रवासी अधिकारों के प्रति समर्थन जताया। मुस्लिम तथा अल्पसंख्यकों के प्रति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव के दौरान द्वारा दिए गये बयान संतुलित नहीं है।

अमेरिका के निवर्तमान ओबामा प्रशासन ने कहा कि भारत के एनएसजी सदस्यता की राह में चीन अवरोधक बना हुआ है। यह कम्युनिस्ट देश नई दिल्ली के प्रयास में लगातार बाधा डाल रहा है। चीन इस बात को लेकर भारत का पक्षपातपूर्ण विरोध कर रहा है कि उसने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। उसका कहना है कि बिना एनपीटी पर हस्ताक्षर के भारत को एनएसजी सदस्यता नहीं दी जा सकती है। अगर ऐसा किया जाता है तो पाकिस्तान को भी एनएसजी सदस्यता दी जानी चाहिए।

हमारा मानना है कि केवल अपने राष्ट्रीय हित की सोच के चलते विश्व को एकमात्र अपने स्वार्थ के पूर्ति के तरीके से चलाने की होड़ से विश्व का हर विचारशील व्यक्ति चिंतित है। आज हमने विश्व में ऐसा कोई अन्तर्राष्ट्रीय कानून नहीं बनाया है, जिसे प्रभावशाली ढंग से पूरे विश्व के देशों तथा उसमें रहने वाले प्रत्येक नागरिक पर वैधानिक रूप से लागू किया जा सके। उस कानून की कोई मान्यता नहीं होती जिसे न तो वैधानिक रूप से लागू किया जा सके और न ही उसे तोड़ने वाले को दण्डित किया जा सके। इस प्रकार के ऐसे कानून को कानून की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। वैश्विक दृष्टि से आज कोई अन्तर्राष्ट्रीय कानून विश्व में नहीं है जिसके अभाव में सारा विश्व कानूनविहीन बनता जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवाद, परमाणु शस्त्रों की बढ़ती होड़ तथा बिगड़ता विश्वव्यापी पर्यावरण हमारा ध्यान प्रभावशाली वल्र्ड कानून बनाने की ओर आकर्षित कर रहा है क्योंकि ”विश्वव्यापी समस्याओं का समाधान केवल प्रभावशाली वल्र्ड कानून द्वारा ही किया जा सकता है, युद्धों के द्वारा नहीं।’’ शिक्षा के द्वारा बच्चों का बाल्यावस्था से ही विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता है। ताकि आने वाले समय में गठित होने वाली विश्व सरकार तथा उसकी विश्व संसद का संचालन युवा पीढ़ी अपने विश्वव्यापी दृष्टिकोण से शान्तिपूर्ण तथा न्यायपूर्ण ढंग से कर सके।

प्रदीप कुमार सिंह, शैक्षिक एवं वैश्विक चिन्तक
पता– बी-901, आशीर्वाद, उद्यान-2
एल्डिको, रायबरेली रोड, लखनऊ-226025
मो. 9839423719