Homeश्री साईं बाबा जीश्री साईं बाबा जी की लीलाएंकुछ दिन रुको, आराम से चले जाना – श्री साईं कथा व लीला

कुछ दिन रुको, आराम से चले जाना – श्री साईं कथा व लीला

नासिक निवासी भाऊ साहब धुमाल पेशे से एक जाने-माने वकील थे| एक कानूनी मुकदमे के सिलसिले में उन्हें निफाड़ जाना था| चूंकि शिरडी रास्ते में पड़ता था इसलिए बाबा के दर्शन करने के लिए शिरडी में ही उतर गए| मस्जिद में जाकर दर्शन करने के बाद जब उन्होंने बाबा से जाने की आज्ञा मांगी तो बाबा ने उन्हें शिरडी में ही रुकने के लिए कहा| उन्हें तो अदालत में जाना जरूरी था, पर बाबा की आज्ञा का उल्लंघन करने का साहस उनमें न था| वह मजबूरी में रुक गये| वह रोजाना बाबा से आज्ञा मांगते जाते और बाबा उन्हें मना कर देते|

“कुछ दिन रुको, आराम से चले जाना” सुनने के लिए Play Button क्लिक करें | Listen Audio

इस तरह उन्हें शिरडी में रहते हुए एक सप्ताह हो गया| एक सप्ताह बाद एक दिन जब उन्होंने बाबा से आज्ञा मांगी, तो इस बार ने उन्हें लौटने की अनुमति दे दी|

इस तरह जब वह सप्ताह बाद निफाड़ पहुंचे तो पता चला कि मुकदमे की सुनवाई करने वाले जज को पेट का रोग हो गया था जिस कारण मुकदमे की सुनवाई को आगे टालना पड़ा| उनके स्थान पर चार जजों ने महीनों तक मामले की सुनवाई कर निर्णय धुमाल के मुवक्किल ने सुना दिया| जिससे वह बरी हो गया| अब धुमाल को मालूम हुआ कि बाबा ने क्यों उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी थी|

Shri Sai Baba Ji – Buy beautiful handpicked products

Click the button below to view and buy over 20000 exciting ‘SHRI SAI’ products

20000+ Products