Homeआध्यात्मिक न्यूज़शिक्षा का उद्देश्य दुनिया में शान्ति स्थापित करना है

शिक्षा का उद्देश्य दुनिया में शान्ति स्थापित करना है

शिक्षा का उद्देश्य दुनिया में शान्ति स्थापित करना है

लखनऊ, 4 अगस्त। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर ऑडिटोरियम में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए बहाई धर्मानुयायी, प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने कहा कि वास्तव में शिक्षा का उद्देश्य लड़ाईयों को बन्द कराकर दुनिया में शान्ति, एकता व सौहार्द की स्थापना करना है। इन्हीं विचारों के अनुसार सी.एम.एस. में छात्रों को प्रारम्भ से ही ‘जय जगत’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की शिक्षा दी जाती है। हम छात्रों को यह शिक्षा देते हैं कि हमें न तो किसी जीत चाहिए न किसी की हार, अपितु हमें तो ‘जय जगत’ की भावना का विचार प्रवाह फैलाना है जिससे सारे विश्व की जय हो। हमें सारी दुनिया को एक करके विश्व की एक सरकार बनानी है। दुनिया से लड़ाईया बन्द करानी है क्योंकि लड़ाईयों पर बहुत पैसा बरबाद होता है। यदि यह पैसा बचेगा तो लेगों की भलाई पर खर्च होगा। इससे पहले, सी.एम.एस. शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत सुमधुर भजनों से विश्व एकता सत्संग का शुभारम्भ हुआ, जिन्होंने बहुत ही सुमधुर भजन सुनाकर सम्पूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक उल्लास से सराबोर कर दिया।

विश्व एकता सत्संग में आज सी.एम.एस. राजाजीपुरम (द्वितीय कैम्पस) के छात्रों ने रंगारंग शिक्षात्मक आध्यात्मिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति द्वारा सबका मन मोह लिया। स्कूल प्रार्थना से कार्यक्रम की शुरूआत हुई और इसके पश्चात ‘ओ गॉड गाइड मी;, ‘वन्दे मातरम’ ‘सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम’ आदि शानदार प्रस्तुतियों ने सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। जहाँ एक ओर ‘एलिस इन वण्डर स्कूल सी.एम.एस.’ की शानदार प्रस्तुति ने शिक्षा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला तो वहीं दूसरी ओर प्रार्थना नृत्य ‘भगवान है कहां रे तू’ एवं ‘जब सबकी एक है धरती’ की प्रस्तुतियों ने खूब तालियां बटोरी। माताओं द्वारा प्रस्तुत गीत ‘ये तो सच है कि भगवान है’ को सभी ने सराहा। इस अवसर पर अनेक विद्वजनों ने सारगर्भित विचार व्यक्त किये। सत्संग का समापन संयोजिका श्रीमती वंदना गौड़ द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

(हरि ओम शर्मा)
मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ

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