“ॐ” शब्द का उच्चारण किस प्रकार करें और क्या सावधानियां रखें?
– ॐ शब्द का उच्चारण करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त या साध्य काल का चुनाव करें।
– उच्चारण करने के पूर्व इसकी तकनीक सीख लें अन्यथा पूर्ण लाभ नहीं हो पाएगा।
– उच्चारण करते समय अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
– जब आप ॐ का उच्चारण पूर्ण कर लें, तो अगले 10 मिनट तक जल का स्पर्श न करें।
– नियमित रूप से उच्चारण करते रहने से दैवीयता का अनुभव होने लगेगा।
“ॐ” शब्द का सटीक और सरल प्रयोग कैसे करें?
उत्तम स्वास्थ्य के लिए-
– तुलसी का एक बड़ा पत्ता ले लें।
– उसको दाहिने हाथ में लेकर “ॐ” शब्द का 108 बार उच्चारण करें।
– पत्ते को पीने के पानी में डाल दें। पीने के लिए इसी पानी का प्रयोग करें।
– जो लोग भी इस जल का सेवन करें, तामसिक आहरग्रहन न करें।
मानसिक एकाग्रता तथा शिक्षा में सुधार के लिए-
– एक पीले कागज़ पर लाल रंग से “ॐ” लिखें।
– “ॐ” के चारों तरफ एक लाल रंग का गोला बना दें।
– इस कागज़ को अपने पढ़ने के स्थान पर सामने लगा लें।
वास्तु दोष के नाश के लिए-
– घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ सिन्दूर से स्वस्तिक बनाएं।
– मुख्य द्वार के ऊपर “ॐ” लिखें।
– ये प्रयोग मंगलवार को दोपहर को करें।
धन प्राप्ति के लिए-
– एक सफ़ेद कागज़ का टुकड़ा ले लें।
– उस पर हल्दी से ॐ लिखें।
– कागज़ को पूजा स्थान पर रखकर अगरबत्ती दिखाएं।
– फिर उस कागज़ को मोड़कर अपने पर्स में रख लें।
– तेजस्वनी पटेल, पत्रकार
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