गायत्री मंत्र का जाप करते है, तो रखे इन बातो का ध्यान
गायत्री मंत्र भगवान सूर्य की उपासना के लिए सबसे आसान और फलदायी मंत्र कहा जाता है। इस मंत्र का जाप करने से स्वास्थ्य, यश, प्रसिद्धि, धन-दौलत तो मिलती ही है साथ ही इसका जाप करने से मन और वाणी भी पवित्र हो जाते हैं। इस मंत्र को पढ़ने से पहले कुछ बातों के बारे में पता होना जरूरी है। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी ही बातों के बारें में:
गायत्री मंत्र का जाप करते हैं तो इन बातों का पता होना बहुत जरूरी है।
गायत्री मंत्र को पढ़ते समय आरामदायक स्थिति में बैठना चाहिए, जैसे पदमासना, अर्धपदमासनास सिद्धआसना। किसी आसान पर बैठकर ही गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
इस मंत्र का जाप नहाधोकर साफ-सुथरे कपड़े पहनकर करना चाहिए।
गायत्री मंत्र का जाप करते हैं तो इसका जाप करने के समय का भी ध्यान होना बहुत जरूरी है। गायत्री मंत्र को सुबह, दोपहर और शाम के समय पढ़ सकते हैं। अगर इन तीनों समय पर आप इस मंत्र का जाप नहीं कर सकते हैं तो सुबह या शाम का एक मय निश्चित कर लें।
अगर माला से गायत्री मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो 108 मनकों की माला को रखें। इसके लिए तुलसी की माला या चंदन की माला रखें।
गायत्री मंत्र को जल्दी-जल्दी नहीं पढ़ना चाहिए। दरअसल इसके महत्व को समझकर ही गायत्री मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
– तेजस्वनी पटेल, पत्रकार
(+91 9340619119)