101 – सितारा का जादू | Sitara ka Jaadu | Tilismi Kahaniya | Moral Stories
पिछले एपिसोड में आप ने देखा था कि करण और उसके दोस्त एक जादुई जंगल को पार करने के बाद एक बड़ी सी गुफा में पहुंच जाते हैं और वहां पर उन्हें ऋषि वेदव्यास जी मिल जाते हैं। जो कि उन्हें लव को बचाने का उपाय भी बता देते हैं।
उसके बाद ऋषि वेदव्यास जी यज्ञ आरंभ कर देते हैं। तब सभी यज्ञ में बैठ जाते हैं और फिर एक तेज रोशनी प्रकाशित होती है, जिसके बाद करण और सितारा वहां से गायब हो जाते हैं।
करमजीत:- क्या करण और सितारा भूतकाल में चले गए?
बाबा:- हां अब हमारा कार्य यहीं पर समाप्त होता है। अब सब कुछ करण और सितारा के ही हाथों में है।
टॉबी:- बस अब करण और सितारा लव को सही सलामत लेकर वापस आ जाए।
बुलबुल:- हां तुमने बिलकुल सही कहा टॉबी।
कमल:- आप सभी चिंता मत कीजिए। सब ठीक होगा।
वहीं दूसरी तरफ करण और सितारा भूतकाल में उसी जगह पहुंच जाते हैं। जहां पर लव और सितारा लव के भविष्य स्वरूप को देखने वाले थे।
करण:- लगता है हम सही जगह पहुंच गए।
सितारा:- हां तुमने बिलकुल सही कहा। यह वही जगह है, जहां पर हम झाड़ियों के पीछे छुप कर लव के भविष्य स्वरूप का इंतजार कर रहे थे।
करण:- अब हमें यहां पर तुम्हारे भूतकाल वाले स्वरूप का इंतजार करना होगा।
सितारा:- (सितारा सिर को गोल घूमाएगा और चक्कर खाने की एक्टिंग करेगा) करण यहां पर तो सब बहुत गोल-माल हो गया है।
करण:- हा हा। मैं जानता हूं सितारा, पर अब यह सब जल्दी ही खत्म होने वाला है।
सितारा:- आहहह…… काश…….
उसके बाद करण और सितारा झाड़ियों के पीछे छुपकर लव के आने का इंतजार करते हैं।
सितारा:- अरे करण जल्दी छुपों, यह क्या हैं?
सितारा की यह बात सुनकर करण भी डर कर छूप जाता है।
करण:- (डरते हुए) क्या हुआ सितारा?
सितारा:- हा हा हा। मुझे लगा लव आ गया। लेकिन वह तो कोई और ही था।
करण:- तुम भी न सितारा।
सितारा:- हा हा। लेकिन करण हम दोनों में से लव को जाकर कौन रोकेगा?
करण:- क्या तुम भूल गए सितारा?
सितारा:- ( 🤷 ऐसा रिएक्शन)
करण:- ओहो सितारा। तुम ही तो लव को यहां पर लेकर आए थे। फिर तुम थोड़ी देर के लिए लव को अकेला छोड़ कर चले गए थे, उसी दौरान लव अपने भविष्य स्वरूप से मिला था।
सितारा:- (लेफ्ट हैंड सीधा रखकर और राइट हैंड की मुट्ठी बंद करके लेफ्ट हैंड के ऊपर रखते हुए) ओह हा मुझे याद हैं। (हाथ हिलाते हुए पूछना) लेकिन उसका क्या करण?
करण:- (🤦 ये रिएक्शन) मैं तुम्हें इसीलिए यहां पर लाया हूं, सितारा। कि जब भूतकाल वाला सितारा लव को अकेला छोड़कर जाएगा। तब तुम्हें उस मौके का फायदा उठाना है और दोनों लव का आमना सामना होने से रोकना है।
कुश:- ओह अब मैं समझा करण।
करण:- हां इसलिए अब हमें सावधान रहना होगा। जैसे ही लव अकेला होगा, तुम उसके पास चले जाना।
सितारा:- ठीककममम…….
करण:- शशशशश…….. (फुसफुसाते हुए) देखो।
सितारा:- (लिप्सिंग करनी है।) ठीक है।
करण और सितारा देखते हैं कि भूतकाल वाले लव और सितारा वहां पर आ गए हैं। उन्हें देखकर करण और सितारा एक वृक्ष के पीछे छुप जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ लव और सितारा झाड़ियों के पीछे छुपे हुए थे।
करण:- (धीरे से) जाओ, सितारा यही अच्छा मौका है।
सितारा:- हां करण।
जब लव वहां पर अकेला बैठा था। तब उस मौके का फायदा उठाकर सितारा जल्दी से लव के पास जाता है।
लव:- आआ…… सितारा। तुम यह क्या कर रहे हो? तुम तो फल लेने गए थे। तो इतनी जल्दी वापस कैसे आ गए? और फल कहां पर है?
सितारा:- वो….. वो….. लव।
लव:- वो वो क्या सितारा?
सितारा:- वो मुझे यहां पर आसपास कहीं भी फल नहीं मिले। इसलिए मैं वापस आ गया।
लव:- अच्छा।
सितारा:- अच्छा लव। मैं कह रहा था कि अब हम वापस चलते हैं।
लव:- लेकिन हम यहां जिस काम के लिए आए थे वो तो अभी हुआ ही नहीं।
सितारा:- कैसा काम लव?
लव:- मैं यहां अपने भविष्य स्वरूप से मिलने आया था। मैंने अब तक उसे नहीं देखा।
सितारा:- देखो लव हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। हमें बाबा ने चेतावनी दी थी कि अगर हम ऐसा करेंगे तो बहुत बुरा हो जाएगा। इसीलिए अभी हमें यहां से चलना चाहिए।
लव:- नहीं मैं यहां से कहीं नहीं जाऊंगा।
सितारा:- ओहो… अब मैं क्या करूं?
जब लव और सितारा बात कर रहे थे, तभी वहां पर लव का भविष्य स्वरूप आ जाता है। सितारा लव को समझाता है लेकिन लव सितारा की एक ही बात नहीं मानता।
सितारा:- ओह नहीं। लगता है, अब मुझे भी कुछ करना होगा। “सितारा है मेरा नाम, जादू करना है मेरा काम।”
उसके बाद सितारा लव को एक गेंद में बदल देता है।
लव (गेंद) :- यह तुमने क्या किया सितारा? तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया?
सितारा:- क्योंकि तुम मेरी बात नहीं मान रहे थे।
लव:- मुझे अभी ठीक करो।
सितारा:- नहीं।
लव:- सितारा………
उसके बाद भविष्य वाला लव वहां से चला जाता है।
सितारा:- हाश…… शुक्र है।
सितारा:- (खुद से) शुक्र है, की भविष्य वाला लव यहां से चला गया और उसके आने से पहले मैंने इस लव को गेंद में परिवर्तित कर दिया। अब इन दोनों का आमना सामना नहीं होगा।
लव (गेंद) :- सितारा तुम खुद से क्या बड़बड़ कर रहे हो? तुमने मुझे गेंद क्यों बनाया? अब तुम मुझे ठीक कर दो।
सितारा:- तुम्हें नहीं पता लव, मैंने बहुत बड़ी दुर्घटना होने से बचा लिया।
लव:- कैसी दुर्घटना?
सितारा:- मैं अभी थोड़ी देर में आता हूं। उसके बाद मैं तुम्हें ठीक करूंगा।
सितारा:- इतना कहकर सितारा वहां से चला जाता है।
लव:- सितारा तुम इस तरह मुझे अकेले छोड़ कर मत जाओ।
उसके बाद सितारा वापस करण के पास चला जाता है।
करण:- शाबाश सितारा। तुमने दोनों लव का आमना-सामना होने से रोक दिया। लेकिन हम लव को हमेशा के लिए गेंद में नहीं बना कर रख सकते। हमें उसे ठीक करना होगा।
सितारा:- तुम चिंता मत करो करण, लव कल सुबह तक बिल्कुल ठीक हो जाएगा।
करण:- लेकिन अगर दूसरा भूतकाल वाला सितारा आकर लव को ठीक करने का प्रयास करेगा, तो क्या होगा?
सितारा:- हां करण मैं भी यही सोच रहा हूं। कहीं वो सितारा लव को ठीक करने के प्रयास में जादू करके कुछ गड़बड़ ना कर दे।
करण:- मेरे पास इसका भी उपाय है।
सितारा:- क्या?
करण:- तुम अपने स्वरूप के सामने नहीं जा सकते, लेकिन मैं तो जा सकता हूं ना।
सितारा:- हां तो तुम सितारा को जाकर समझा सकते हो।
करण:- हां। तुम यहीं पर मेरा इंतजार करना। मैं अभी सितारा को ढूंढ कर सारी बात बता कर वापस आता हूं और साथ ही तब तक लव का ध्यान रखना।
सितारा:- ठीक है करण।
उसके बाद करण भूतकाल वाले सितारा के पास जाता है। फिर करण को सितारा एक बगीचे में मिलता है, जहां पर वह कुछ फल इकट्ठे कर रहा था।
करण:- सितारा…….
सितारा:- क… करण… तुम…
करण:- (गुस्से में) हां मैं, तुम यहां पर क्या कर रहे हो सितारा?
सितारा:- (आंख बंद करके बहुत तेजी से बोलेगा) तुम मुझे माफ कर दो करण। मैं यहां पर अपनी मर्जी से नहीं आया, मुझे जबरदस्ती यहां पर लाया गया है। लव बहुत ज्यादा जिद कर रहा था, इसलिए मैं यहा पर आया।
सितारा की यह सब बातें सुनकर करण हंसने लगता है।
सितारा:- तुम क्यों हंस रहे हो करण?
करण:- तुम भी ना सितारा, बहुत ज्यादा डर गए थे। दरअसल मैं भविष्य से आया हूं।
सितारा:- क्या कहा भविष्य से… पर हम सभी तो पहले से भी भविष्य में आए हुए हैं।
करण:- जिस प्रकार हम सभी तुम्हें श्राप मुक्त करने भविष्य में आए थे और जिस प्रकार लव अपने भविष्य स्वरूप से मिलना चाहता था। उसी प्रकार हम भी तुम्हारे भविष्य से आए हैं।
सितारा:- लेकिन तुम यहां पर क्यों आए हो करण?
करण:- दरअसल……
उसके बाद करण सितारा को सारी बात बता देता है की किस प्रकार दो अलग-अलग समय वाले लव का आमना-सामना हो गया था। जिसके कारण लव समय के चक्रव्यूह में फंस गया था।
करण:- इसीलिए हम यहां पर लव को वह गलती करने से रोकने आए हैं। ताकि हम लव को बचा सके।
सितारा:- इसका मतलब मेरा भविष्य स्वरूप भी यहां आया है?
करण:- हां। उसी ने लव को एक गेंद में बदला है।
सितारा:- क्या मैं अपने भविष्य स्वरूप से मिल सकता हूं?
करण:- नहीं सितारा, नहीं तो बहुत बड़ी गड़बड़ हो जाएगी।
सितारा:- हां मुझे माफ करना करण।
करण:- मैं बस तुम्हें यह बताने आया हूं कि तुम अभी लव को अपने साथ घर ले जाओ और तुम सभी को यह बताना कि तुम लव को यह गलती करने से रोकना चाहते थे, इसलिए तुमने उसे गेंद में बदला है। फिर कल सुबह तक लव बिल्कुल ठीक हो जाएगा।
सितारा:- ठीक है करण, मैं बिल्कुल ऐसा ही करूंगा।
करण:- अच्छा सितारा अब मैं चलता हूं।
सितारा:- हमम……
सितारा को सारी बात बताने के बाद करण वहां से चला जाता है। उसके बाद करण वापस भविष्य वाले सितारा के पास आ जाता है।
सितारा:- करण, क्या तुमने सब बता दिया?
करण:- हां सितारा।
तभी वहां पर वृक्ष के पास एक बड़ा सा गोल घेरा बन जाता है, जिसमें से बहुत तेज रोशनी प्रकाशित होती है।
करण:- सितारा हमारा वापस जाने का समय हो गया।
सितारा:- हां करण चलो।
उसके बाद करण और सितारा वापस अपने समय में उसी गुफा में वापस आ जाते हैं। उन्हें वापस देखकर सभी बहुत खुश हो जाते हैं।
बुलबुल:- क्या सब काम ठीक से हो गया?
सितारा:- हां बुलबुल, हम अपने काम में सफल रहे। हमने कोई भी गड़बड़ नहीं होने दी।
करमजीत:- चलो यह तो अच्छा हुआ।
करण:- बाबा क्या अब लव हमारे पास वापस आ जाएगा?
टॉबी:- हां बाबा लव कहां पर है?
कुश:- (रोते हुए और थोड़ा चिल्लाकर) लव…….
लव:- (उठते हुए) आहह…
सभी:- अरे लव!
सितारा:- कुश, तुम्हारी आवाज में इतना दर्द था कि तुम्हारा भाई तुम्हारी आवाज सुनते ही आ गया।
उसके बाद सभी हंसने लगते हैं।
बुलबुल:- हा हा। लव तुम ठीक तो हो ना?
करण:- हां लव?
लव:- हां मैं ठीक हूं।
कुश:- (लव के गले मिलते और रोते हुए) भाई तुम आ गए।
लव:- आहह… मुझे छोड़ो कुश।
बुलबुल:- हा हा हा।
करण:- हा हा हा।
करमजीत:- हा हा हा।
कमल:- हा हा। दोनों भाई काफी लंबे समय बाद मिल रहे हैं।
करण:- बाबा आपका बहुत-बहुत शुक्रिया। हमारी सहायता करने के लिए।
बाबा:- यह तो मेरा कर्तव्य था पुत्र। परंतु तुमने भी सावधानी से अपना कर्तव्य निभाया। अगर इस बार तुमसे जरा सी भी गलती हो जाती, तो तुम शायद अपने मित्र से कभी नहीं मिल पाते। लेकिन तुम सभी ने अपने मित्र को बचाने के लिए इतनी मुसीबतों का सामना किया।
लव:- (रोते हुए) हां दोस्तों, मैं पता नहीं इतने लंबे समय से एक अजीब सी जगह पर कैद था। जहां हर जगह केवल अंधेरा ही अंधेरा था। मैं बहुत परेशान हो गया था। इतने लंबे समय से मैं केवल सो ही रहा था। मुझे बचाने के लिए तुम सबका शुक्रिया। लेकिन हुआ क्या था? मैं कहां पर था?
उसके बाद सभी लव को सारी बात बताते हैं।
लव:- (रोते हुए) दोस्तों तुमने मेरे लिए इतना सब कुछ किया। तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया।
लव को ऐसे देखकर सभी हंसने लगते हैं।
कमल:– हा हा। दोनों भाई बिल्कुल एक जैसे हैं।
करण:- हा हा हा। आपने सही कहा। साथ ही आपका भी बहुत-बहुत शुक्रिया, हमारी मदद करने के लिए और हमें बाबा तक पहुंचाने के लिए।
उसके बाद सभी बाबा से अलविदा लेकर वहां से चले जाते हैं।
बुलबुल:- करण यह क्या हुआ? तुमने देखा?
करण:- हां बुलबुल यह तो बहुत ही खतरनाक है।
इस तरह करण और उसके सभी दोस्त मिलकर लव को तो बचा लेते हैं। परंतु उनके सामने एक नई चुनौती आ जाती है। आखिर ऐसा क्या है, जिसे देखकर करण भी बहुत ज्यादा खबरा गया। यह सब जानने के लिए बने रहिएगा तिलिस्मी कहानी के अगले एपिसोड तक।