जानें, कैसे सूर्य रत्न से पाए राजयोग
सूर्य का रत्न माणिक्य बेहद ताकतवर रत्न है और नीलम के समान ही इसका भी बहुत जल्दी प्रभाव दिखता है। माणिक्य कुरुन्दम समूह का रत्न है और एल्युमिनियम ऑक्साइड इसका प्रमुख तत्व है। सूर्य प्रमुख रूप से अग्नि प्रधान ग्रह है और सूर्य का रत्न माणिक्य (रूबी) होता है। रूबी पहनने से व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। माणिक्य धन-दौलत, मान-सम्मान और यश दिलाता है। राजनेता, अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर बनने और बड़े पदों पर पहुंचने के लिए माणिक्य पहनना चाहिए। सूर्य के लिए गुलाबी रंग के माणिक्य का इस्तेमाल सर्वोत्तम होता है।
माणिक्य सूर्य का रत्न है। सूर्य ग्रहों का राजा है इसीलिए उसका रत्न भी राजयोग दिलाता है। पहले राजाओं के मुकुट में भी माणिक्य रत्न जरूर होता था जिसके पास अन्य रत्न जड़े होते थे। हालांकि माणिक्य रत्न का इस्तेमाल कुंडली दिखाने के बाद करें।
किसे पहनना चाहिए माणिक्य रत्न?
मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु मीन लग्न वाले माणिक्य पहन सकते हैं। जो लोग जुलाई के महीने या रविवार को पैदा हुए हैं उन्हें भी यह रत्न सूट करता है।
मूलांक के अनुसार, 1, 10, 19 और 28 तारीख को जन्म लेने वाले व्यक्ति भी माणिक्य रत्न पहन सकते हैं। सूर्य की महादशा हो तो माणिक्य पहन कर देख सकते हैं।
सच्चे माणिक्य रत्न की पहचान कैसे करें?
माणिक्य रत्न अनार के दाने के समान होता है। गाढ़े रंग का रत्न होता है। यह वजनी, भारी और ठंडा होता है। माणिक्य को आंखों पर रखेंगे तो ठंडक महसूस होगी।
अगर अधिकारीगण माणिक्य रत्न पहनते हैं तो उनके ऑफिस में कोई परेशानियां नहीं होती हैं। माणिक्य पहनने वाला बीमार नहीं पड़ता है और घर में खुशहाली बनी रहती है। अगर माणिक्य सूट करता है तो राजा बना देता है।
– तेजस्वनी पटेल, पत्रकार
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