शस्त्र बन्धन का मन्त्र व विधि
शस्त्र बन्धन का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
बांधो तूपक|
अवनि वार न धरे|
चोट न परे घाऊ|
रक्षा करे श्री गोरञ्जय राऊ||
शस्त्र बन्धन का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को सिद्ध करके फिर इस मन्त्र को 7 बार जप कर अपनी समूची देह पर हाथ फिरायें और पदार्पण करें तो शस्त्र से चोट न लगेगी|