लाभ प्राप्ति के लिए मन्त्र व विधि
लाभ प्राप्ति के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं श्रीमेव|
कुरु-कुरु वांछितमेव ह्रीं ह्रीं नमः||
लाभ प्राप्ति के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
यदि व्यापार में बराबर घाटा पड़ता हो एवं व्यापार बन्द करने की स्थिति आ गई हो, तो इस प्रस्तुत मन्त्र का 40 दिन तक जाप प्रयोग करें तो घाटा दूर होकर साधक को लाभ होने लगता है|