हल्ला मत करो
एक राजा को बोध (तत्त्वज्ञान) हो गया| उसने राजदरबार में अपने मंत्रियों से पूछा कि किसी को कोई दुर्लभ वस्तु मिल जाय तो वह क्या करे?
एक राजा को बोध (तत्त्वज्ञान) हो गया| उसने राजदरबार में अपने मंत्रियों से पूछा कि किसी को कोई दुर्लभ वस्तु मिल जाय तो वह क्या करे?
सुश्रुत, वागभट्ट आदि प्राचीन आचार्यों ने औषधि विज्ञान में चूने का महत्वपूर्ण स्थान रखा है| शरीर की हड्डियों को मजबूत करने के लिए कैलशियम नामक तत्त्व को बहुत उपयोगी माना जाता है और वह कैलशियम चूने में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| चूना जंतु-नाशक है, चूना में क्षार अधिक मात्रा में पाया जाता है| चूने में पाया जाने वाला कैलशियम सर्व प्रकार के प्रदाहिक सूजन में लाभ करता है| इसे चूने के पानी के रूप में प्रयोग किया जाता है| चूने के पानी के रूप में प्रयोग किया जाता है| चूने का पानी आम्ल-नाशक होता है|
“Yudhishthira said, ‘The path of duty is long. It has also, O Bharata,many branches. What, however, according to thee, are those duties thatmost deserve to be practised? What acts, according to thee, are the mostimportant among all duties, by the practice of which I may earn thehighest merit both here and hereafter?’
”Yudhishthira said, V sinless one, do thou discourse to me more indetail upon the merits that are attainable by making gifts of kine. Othou of mighty arms, I am never satiated with thy words!’
1 [तुलाधार]
सद्भिर वा यदि वासद्भिर अयं पन्थाः समाश्रितः
परत्यक्षं करियतां साधु ततॊ जञास्यसि तद यथा
1 [भम]
भवन्ति देशे बन्धक्यः कितवानां युधिष्ठिर
न ताभिर उत दीव्यन्ति दया चैवास्ति तास्व अपि
1 [धृ]
उक्तॊ दवीपस्य संक्षेपॊ विस्तरं बरूहि संजय
यावद भूम्यवकाशॊ ऽयं दृश्यते शशलक्षणे
तस्य परमाणं परब्रूहि ततॊ वक्ष्यसि पिप्पलम
“Sanjaya said, ‘Beholding that vast host of the Pandavas swelling withrage and regarding it to be incapable of being resisted, thy sonDuryodhana.