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किसी नदी के किनारे एक बहुत बड़ा पेड़ था| उस पर एक बन्दर रहता था| उस पेड़ पर बड़े मीठे-रसीले फल लगाते थे| बन्दर उन्हें भर पेट खाता और मौज उड़ाता| वह अकेला ही मजे में दिन गुजार रहा था|

यह गोल आकार का और थोड़े कसैले स्वाद का फल है| इसका छिलका तरबूज के छिलके की भांति थोड़ा सख्त होता है, तथा भीतर खरबूजे की भांति गूदा भरा होता है|