Home2011 (Page 50)

एक धोबी के पास एक बूढ़ा-सा मरियल गधा था| गधा रोज सवेरे मैले कपड़ो की गठरी लेकर घाट जाता और शाम को धुले कपड़ो को लादकर घर लाता था| रात होने पर उसे घुमने की छुट्टी मिल जाती थी| एक बार घुमते-फिरते उसकी भेंट एक गीदड़ से हुई| दोनों दोस्त बन गये| अब दोनों भोजन की तलाश में साथ-साथ घूमने लगे|