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1 [सम्जय] यथार्हसे पाण्डव तत तथैव; कुरून कुरुश्रेष्ठ जनं च पृच्छसि
अनामयास तात मनस्विनस ते; कुरुश्रेष्ठान पृच्छसि पार्थ यांस तवम

जोधपुर के महाराजा जसवंत सिंह की मृत्यु के बाद बादशाह औरंगजेब जोधपुर को हड़पना चाहता था लेकिन जसवंत सिंह के मंत्री दुर्गादास राठौर ने औरंगजेब की कोई भी चाल कामयाब नहीं होने दी। जसवंत सिंह के पुत्र राजकुमार अजीत सिंह को जोधपुर की गद्दी पर बिठाने के लिए दुर्गादास ने मुगल सेना से डटकर युद्ध किया। दुर्गादास ने भी कभी हार नहीं मानी।