बाहर का दीया
एक आदमी था| वह रोज बड़े तड़के मंदिर में जाता था और एक दीपक जलाकर रख आता था| यह सिलसिला एक-दो महीने से नहीं, लंबे अर्से से चल रहा था|
एक आदमी था| वह रोज बड़े तड़के मंदिर में जाता था और एक दीपक जलाकर रख आता था| यह सिलसिला एक-दो महीने से नहीं, लंबे अर्से से चल रहा था|
यह रोग तब होता है, जब व्यक्ति अधिक ठंडी चीजों तथा फ्रिज में रखे पानी का इस्तेमाल हर समय करता है| वैसे यह खतरनाक रोग नहीं है लेकिन दर्द शुरू होने पर रोगी को अपार कष्ट का सामना करना पड़ता है|
“Yudhishthira said, ‘For a little while, O Arjuna, concentrate thyattention and fix thy mind and hearing on thy inner soul. If thoulistenest to my words in such a frame of mind, they will meet with thyapprobation.
“Bhrigu said, ‘There is no destruction of the living creature, or of whatis given, or of our other acts. The creature that dies only goes intoanother form. The body along dissolves away. The living creature, thoughdepending upon the body, does not meet with destruction when the body isdestroyed.
द्रव्यपुर के एक धनी व्यापारी का पुत्र था धनकू| पिता के लाड़-प्यार में वह इतना बिगड़ा कि ढंग से पढ़-लिख भी नही पाया|
“Arjuna said,–‘This discourse about the supreme mystery, calledAdhyatman, which thou hast uttered for my welfare, hath dispelled mydelusion.
1 [ष]
ऋषयॊ ऽथाब्रुवन सर्वे देवाश च तरिदशेश्वराः
अयं वै नहुषः शरीमान देवराज्ये ऽभिषिच्यताम
ते गत्वाथाब्रुवन सर्वे राजा नॊ भव पार्थिव
Janamejaya said, “Having felt great affliction on account of theabduction of their wife and having rescued Krishna thereafter, what didthe Pandavas next do?”
एक सेवक अपने स्वामी की हत्या करके दूसरे नगर में भाग गया। स्वयं को छिपाने के लिए उसने कई वेश बदले। अब तक वह भिखारी हो चुका था। इधर उसके स्वामी का पुत्र अब तक युवा हो चुका था। अपने पिता के हत्यारे से बदला लेने की उसकी भावना प्रबल हो उठी। वह हत्यारे को खोजने चल पड़ा।
Vaisampayana said,–‘Then when Draupadi was about to set out she wentunto the illustrious Pritha and solicited her leave. And she also askedleave of the other ladies of the household who had all been plunged intogrief. And saluting and embracing every one of them as each deserved, shedesired to go away.