Home2011July (Page 26)

एक महात्मा हिमालय में रहते थे| वे हमेशा प्रभु का ध्यान करते रहते थे और दर्शननार्थियों को उपदेश दिया करते थे| एक दिन पढ़े-लिखे लोगों की एक टोली उनके पास पहुंची उन्होंने कहा – “महाराज, हम दुनिया को नहीं छोड़ना चाहते| उसी में रहकर आत्मिक उन्नति करना चाहते हैं| कोई उपाय बताइए|”

‘स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’ और हम इसे लेकर रहेंगे- का उद्घोष करने वाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक बाल्यावस्था से ही कुछ उच्च सद्गुणी- सत्य भाषण एवं अदभूत साहस से परिपूर्ण थे|

जामुन कई प्रकार के होते हैं| लेकिन लोगों को फरैंदा और मीठा जामुन अधिक पसंद आता है| जंगली जामुन खट्टा और छोटा होता है| जामुन का फल भारी, कसैला, मलरोधक, बादी, रूखा तथा कफ-पित्त नाशक होता है|