इश्क़ दी नवियों नवीं बहार – काफी भक्त बुल्ले शाह जी
इश्क़ दी नवियों नवीं बहार| टेक|
क्षीरोदार्णवसम्भूत अत्रिगोत्रसमुद् भव ।
गृहाणार्ध्यं शशांकेदं रोहिण्य सहितो मम ।।
बेल (बिल्व) का पेड़ बड़ा होता है| इसकी पत्तियां तीन दल की होती हैं| उनको बेलपत्र कहते हैं| शिवजी की मूर्ति पर बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं| श्रावण के महीने में शैव मतावलम्बी शिवजी की पूजा करते समय बेलपत्रों से ही उनका अभिषेक करते हैं| बेल का पका फल मीठा होता है|
1 [वसिस्ठ]
शतं वर्षसहस्राणां तपस तप्तं सुदुश्चरम
गॊभिः पूर्वविसृष्टाभिर गच्छेम शरेष्ठताम इति
1 [मार्क]
शरिया जुष्टं महासेहं देव सेनापतिं कृतम
सप्तर्षिपत्न्यः षड देव्यस तत सकाशम अथागमन
“Yudhishthira said, ‘Living creatures always stand in fear of sorrow anddeath. Tell me, O grandsire, how the occurrence of these two may beprevented.’