अध्याय 69
1 [स]
ततः परविष्टे कौन्तेये सिन्धुराजजिघांसया
दरॊणानीकं विनिर्भिद्य भॊजानीकं च दुस्तरम
बादशाह अकबर को अपनी फौज के लिए कुछ जिरहबख्तर की आवश्यकता थी| अत: उन्होंने इसके कारीगर को बुलवाया और पहले एक जिरहबख्तर बनाने का आदेश दिया ताकि उसकी मजबूती को परखा जा सके|
“Bhishma said, The next morning, king Janaka, O Bharata, accompanied byhis minister and the whole household, came to Suka, placing his priest inthe van.
1 [युधिस्ठिर]
शरॊतुम इच्छामि भगवन विस्तरेण महामुने
राजधर्मान दविजश्रेष्ठ चातुर्वर्ण्यस्य चाखिलान
महात्मा भीष्म आदर्श पितृभक्त, आदर्श सत्यप्रतिज्ञ, शास्त्रोंके महान् ज्ञाता तथा परम भगवद्भक्त थे| इनके पिता भारतवर्षके चक्रवर्ती सम्राट् महाराज शान्तनु तथा माता भगवती गङ्ग थीं|
1 And when the people saw that Moses delayed to come down from the mount, the people gathered themselves together unto Aaron, and said unto him, Up, make us gods, which shall go before us; for as for this Moses, the man that brought us up out of the land of Egypt, we know not what is become of him.